मेहरचंद महाजन डीएवी कालेज में कार्यशाला

यूटी की स्किल डिवेलपमेंट कमेटी ने शिक्षकों-रिसर्च स्कॉलर्स को दिए शिक्षा में सुधार के टिप्स

चंडीगढ़ -मेहरचंद महाजन डीएवी कालेज फॉर वूमेन, चंडीगढ़ की स्किल डिवेलपमेंट कमेटी ने शिक्षकों एवं रिसर्च स्कॉलर्स के लिए स्किल डिवेलपमेंट इनिशिएटिव के तहत करिकुलम डिवेलपमेंट पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। शैक्षिक प्रणाली में सकारात्मक सुधार लाने के लिए एक योजनाबद्ध, उद्देश्यपूर्ण, प्रगतिशील और व्यवस्थित प्रक्रिया जैसे विभिन्न घटकों पर आधारित इस कार्यशाला का उद्देश्य पाठ्यक्रम विकास में शामिल प्रक्रियाओं, योजनाओं, डिजाइनिंग सामग्री, कार्यान्वयन, मूल्यांकन एवं चुनौतियों से प्रतिभागियों को अवगत कराना था।  इस कार्यशाला में उत्तर भारत के स्कूलों और कालेजों के चालीस से अधिक शिक्षकों और रिसर्च स्कॉलर्स ने भाग लिया। कार्यशाला के पहले सत्र को राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान के एजुकेशन एंड एजुकेशनल मैनेजमेंट विभाग के डा. परमजीत तुलसी ने संचालित किया।  उन्होंने पाठ्यक्रम विकास के विभिन्न चरणों को परिभाषित और चित्रित किया और राष्ट्र के आगामी पाठ्यक्रम में कौशल के समावेश पर प्रतिभागियों का ध्यान केंद्रित किया। तकनीकी सत्र का संचालन राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान के करिकुलम डिवेलपमेंट सेंटर के प्रोफेसर एबी गुप्ता ने किया । उन्होंने मुद्दों, समस्याओं और जरूरतों की पहचान, पाठ्यचर्या विकास टीम के गठन, सभी प्रस्तावित/नियोजित पाठ्यक्रम के मूल्यांकन और विश्लेषण पर विचार-विमर्श किया। कालेज की प्रिंसिपल डा. निशा भार्गव ने एक प्रासंगिक विषय पर एक कार्यशाला के आयोजन के लिए स्किल डिवेलपमेंट कमेटी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में पाठ्यक्रम विकास शिक्षा प्रणाली की व्यवहार्यता में सुधार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है और भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता रहेगा।