राजधानी…नशे के खात्मे की ली शपथ

शिमला—नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए हर तरफ आवाज उठ रही है। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस के अवसर पर शिमला के रिज पर स्कूली बच्चों ने नशे के खिलाफ शपथ ली। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने इस अवसर पर शिमला के 24 सरकारी एवं निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को नशामुक्त हिमाचल के लिए शपथ दिलाई, ताकि युवा पीढ़ी द्वारा नशे के सेवन पर अंकुश लगाया जा सके। शिक्षा मंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे नशे के दलदल से बचें और अपने साथियों को इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें, ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण संभव हो सके। उन्होंने अभिभावकों, पुलिस कर्मियों व प्रबुद्ध जनता से अपील की कि वे नशाखोरी के खिलाफ एक मुहिम चलाएं और नशे के सौदागरों को पकड़वाने में पुलिस को सहयोग दंे। उन्होंने बताया कि आधुनिक युग में नशाखोरी प्रदेश में एक उभरती हुई समस्या है और इस कारण से प्रदेश में अपराधिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी बौद्धिक, शारीरिक क्षमता एवं दक्षता बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच उत्पन्न करें और अपनी रूचि के अनुसार ही व्यवसाय चुनें।  सुरेश भारद्वाज ने शिमला के 24 सरकारी एवं निजी स्कूलों के विद्यार्थी, आईटीआई व नर्सिंग कालेज की छात्राओं की जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, ताकि युवा पीढ़ी को मादक द्रव्यों के हानिकारक परिणामों से अवगत करवाया जा सके। इस अवसर पर एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर श्याम भगत नेगी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, उप महापौर राकेश शर्मा, पार्षदगण, उपमंडलाधिकारी शिमला नीरज चांदला, विभिन्न पुलिस अधिकारी, स्वयं सेवी संगठन के प्रतिनिधि, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के अध्यापकगण व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।