रोहतांग दर्रे पर हिचकोलों भरा सफर

मनाली—देश-विदेश से रोहतांग के दीदार करने पहुंच रहे सैलानी दर्रे की खस्ताहाल सड़क को देख हैरान हंै। सड़क का कुछ हिस्सा इतना खराब है कि यहां से गुजरना जान जोखिम में डालने के समान है। हालांकि उक्त सड़क बीआरओ के अधीन है। ऐसे में सड़क की खस्ता हालत को देख बीआरओ की कार्यप्रणाली पर भी लोग सवाल उठाने लगे हैं। छह माह बाद जहां रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बहाल किया गया है, वहीं सड़क की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं है। वाहन चालक नरेंद्र, सुरेश, दीपक, जगदीश व राजू ने आरोप लगाया कि मंगलवार को बीआरओ मरम्मत कार्य का हवाला देकर रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए तो बंद कर देता है लेकिन उस दिन कोई खास कार्य नहीं किया जाता है।  वहीं टैक्सी यूनियन के प्रधान गुप्त राम व लग्जरी कोच यूनियन के प्रधान तारा चंद ठाकुर ने बीआरओ से सड़क की हालत शीघ्र सुधारने का आग्रह किया। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि रोहतांग के बाद बारालाचा दर्रे की बहाली बीआरओ की प्राथमिकता थी। सड़क बहाली के बाद सड़क का मरम्मत कार्य किया जा रहा है।