शिलान्यास के बाद इंच भी नहीं सरका काम

हमीरपुर—डा. राधाकृष्णण मेडिकल कालेज हमीरपुर दूसरों के सहारे चल रहा है। क्लास रूम से लेकर होस्टल तक अपने नहीं हंै। जून, 2018 मंे शिलान्यास के बावजूद मेडिकल कालेज के भवन का निर्माण शुरू नहीं हो पाया। ऐसे में मेडिकल कालेज की कक्षाओं से लेकर छात्रों के लिए होस्टल की व्यवस्था मेडिकल कालेज प्रबंधन ने अपने स्तर पर कर रखी है। वर्तमान में मेडिकल कालेज की कक्षाएं एमपीडब्ल्यू हाल में चल रही हैं। यहां पर ही मेडिकल कालेज की फैकल्टी के लिए बैठने की व्यवस्था है। जब तक मेडिकल कालेज को अपना भवन नसीब नहीं होता, तब तक दूसरों के सहारे ही इसका संचालन होगा। स्टूडेंट्स के लिए होस्टल की व्यवस्था भी मेडिकल कालेज प्रबंधन ने अपने स्तर पर की है। इसके लिए निजी भवनों को हायर किया गया है। छात्रों के लिए दोसड़का व छात्राओं के लिए हमीरपुर के डीएवी के साथ लगते भवन में व्यवस्था की गई है। यहां से छात्रों को लाने व छोड़ने के लिए वाहन की भी व्यवस्था है। आखिर कब तक व्यवस्थाओं के जुगाड़ मंे ही मेडिकल कालेज चलता रहेगा। अपने भवन की इसे आज भी दरकार है। बता दें कि मेडिकल कालेज हमीरपुर का भवन जोल सप्पड़ में प्रस्तावित है। यहां पर बहुमंजिला भवन का निर्माण होगा। जून, 2018 में इसका ऑनलाइन शिलान्यास किया गया था। इसके बाद आज तक भवन निर्माण के लिए एक ईंट तक नहीं लग पाई। मेडिकल कालेज में दूसरा बैच बैठाने का एमसीआई की अनुमति मिल गई है, लेकिन इस साल भी कक्षाएं अपने भवन में नहीं लग पाएंगी। अभी तक जोलसप्पड़ में निर्माण कार्य शुरू तक नहीं किया गया है। जाहिर है कि करीब 250 करोड़ रुपए से यहां भवन का निर्माण कार्य होगा। सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल का भी निर्माण किया जाएगा। वहीं फैकल्टी के रेजिडेंस भी यहां बनेंगे। मेडिकल कालेज का एक बैच पूरा होने वाला है। दूसरा बैच भी जल्द बैठ जाएगा। आगामी 100 छात्रों को भी दूसरों के भवनों में भी अपना कोर्स पूरा करना होगा।

यह है मेडिकल कालेज की मौजूदा स्थिति

वर्तमान स्थिति ऐसी है कि मेडिकल कालेज के लिए करीब 150 फैकल्टी है। प्रथम बैच में 100 स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे हैं। इनकी कक्षाएं एमपीडब्ल्यू हाल में लगती हैं तथा होस्टल की सुविधा मेडिकल कालेज प्रबंधन ने बाहरी भवनों में कर रखी है। सारी फैकल्टी के लिए रेजिडेंस की व्यवस्था एकदम करना आसान काम नहीं है। इसलिए फैकल्टी ने रेंट पर कमरे लिए हुए हैं। इस तरह मेडिकल कालेज का संचालन किया जा रहा है। फिलहाल आगामी समय में जल्द मेडिकल कालेज को अपना भवन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है।