सुन्नी में दुकान राख, लाखों का नुकसान

सुन्नी-सुन्नी में शुक्रवार आधी रात को आग लगने से 12 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हो गया। गनीमत यह रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया वरना यह आग कई रिहायशी मकानों को चपेट में ले लेती। समय रहते इस पर  काबू किए जाने से आसपास की दुकानों एवं रिहाइशी मकानों को आग की भेंट चढ़ने से बचा लिया गया। बचाई गई संपति लगभग 50 लाख रुपए की आंकी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुन्नी में अमर सिंह के हिमाचल बूट हाउस की दुकान में रात्रि लगभग 1.30 बजे अचानक आग लग गई। स्थानीय लोगों ने जैसे ही दुकान से धुआं उठते देखा तो तुरंत दुकान की तरफ दौड़ गए । पास जाने पर दुकान का मंजर भयावह था। तुरन्त घटना की सूचना पुलिस एवं अग्निशमन बल को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस एवं अग्निशमन दस्ता घटनास्थल पर पहंुच गया। अग्निशमन केंद्र सुन्नी प्रभारी हरीश की अगवाई में अग्निशमन दस्ता घटनास्थल पर पहंुचा जिसने काम शुरू कर दिया। दुकान का शटर बंद होने एवं गर्मी से आग ने अंदर ही अंदर भयंकर रूप धारण कर लिया। कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया। हालांकि आगजनी से दुकान में रखा 12 लाख रुपए का सामान आग की भेंट चढ़ गया। जब तक दुकानदार अपने घर घरयाणा से अपनी दुकान पर पहंुचा तब तक सब खत्म हो चुका था। दुकान में रखे विभिन्न प्रकार के जूते, चप्पल, सैंडिल, बच्चों के जूते इत्यादि जल गए।  दुकानदार की लाखों रुपए की संपत्ति नष्ट होने से पीडि़त अमर सिंह तथा उसका परिवार सदमे में है। अग्निशमन बल में शामिल कर्मचारियों हरीश, यशवंत, प्रदीप, पीतांबर के अलावा पुलिस कर्मियों एवं स्थानीय लोगों द्वारा आग को बुझाने में मदद दी गई।  यहां एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई क्योंकि बीच-बाजार कई रिहायशी मकान इसके साथ लगते हैं।  आग का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है। मंडलीय अग्निशमन अधिकारी शिमला ने बताया कि सुन्नी में बूट की दुकान में लगी आग को बुझा लिया गया। आगजनी से 12 लाख का नुकसान आंका गया है जबकि 50 लाख की संम्पति बचाई गई है। बिजली बोर्ड की लापरवाही आई सामने विद्युत विभाग में गांव एवं कस्बों में रात्रि सेवा के लिए कर्मचारियों की तैनाती नहीं की जाती है। रात को विद्युत संबंधी कोई समस्या आ जाए तो उपभोक्ताओं को उसे अपने स्तर पर निपटाना होगा। विद्युत उपमंडल सुन्नी के तहत सुन्नी शिकायत कक्ष में रात्रि को कर्मचारी तैनात नहीं रहने का मामला शुक्रवार देर रात दुकान में आग लगने पर उजागर हुआ। जानकारी के अनुसार कर्मचारी जब आग बुझाने पहंुचे तो विद्युत आपूर्ति बंद करने के लिए शिकायत कक्ष में बार बार फोन करने पर किसी ने फोन नहीं उठाया। किसी तरह से यहां की बिजली काटी गई और आग पर काबू पाया।