स्वरोजगार से जुड़ेंगे एक लाख बीपीएल परिवार

By: Jun 26th, 2019 12:02 am

शिमला —जयराम सरकार राज्य को बीपीएल मुक्त बनाने की तैयारी में है। सरकार ने इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके मुताबिक एक साल में एक लाख परिवारों को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें बीपीएल से ऊपर लाया जाएगा। राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने यह लक्ष्य रखा है जो चरणबद्ध ढंग से आगे बढ़ेगा।  यह ऐलान  ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने पत्रकार वार्ता में किया। विभाग की समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीपीएल परिवारों की संख्या दो लाख 82 हजार की है। उन्होंने कहा कि यह परिवार सालों से बीपीएल में है, लिहाजा इनको बीपीएल से उठाकर सामान्य वर्ग में लाने के लिए अब सरकार काम करेगी। राज्य को पूरी तरह से बीपीएल मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार अलग-अलग योजनाओं के तहत चुने गए बीपीएल परिवारों को रोजगार मुहैया करवाएगी और यदि कोई उसे नहीं अपनाएगा तो उसे बीपीएल की सूची से बाहर भी किया जा सकता है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मनरेगा में सराज की मुराग पंचायत में पड़ने वाले खूनाणी गांव को आदर्श ग्रीन हाउस विलेज के रूप में विकसित किया गया है। कंवर ने बताया कि यहां के लोगों की आमदनी को भी बढ़ाया गया जो 60-70 हजार से दो लाख प्रति वर्ष तक पहुंची है। इसके साथ मनरेगा में ही 1200 गांवों में मोक्षधाम भी बनाए गए हैं, वहीं 304 किलोमीटर सड़कों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया।

11704 टैंक बनाए

मंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत प्रदेश ने पिछले वित्त वर्ष में 866 करोड़ खर्च किया है, जबकि 2017-18 में यह राशि 568 करोड़ थी। 67 हजार 369 परिवारों ने 120 कार्य दिवस पूरे किए हैं। मनरेगा योजना में गांवों में 11704 टैंक जल संग्रहण के नजरिए से बनाएगए हैं।

डबल पिट बनाएंगे

पंचायती राज विभाग गांवों में बने स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पाद को बेचने के लिए जिलों में काउंटर स्थापित करेगा। विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि बाह्य शौचमुक्त करने की योजना के तहत जिन लोगों के घरों में एक पिट बनाए गए हैं, वहां पर डबल पिट बनाए जाएंगे। इसके लिए सर्वेक्षण होगा।


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