हमारे घरों पर 700 डेंजर्स ट्री

शिमला—राजधानी शिमला में 700 सूखे ०पेड़ बरसात में बड़ा खतरा पैदा कर सकते हैं, अगर उन्हें समय पर नहीं काटा गया। नगर निगम में शिमला के विभिन्न वार्डों से सूखे व डेंजर पेड़ांे को काटने के लिए एप्लीकेशन आई हैं। शहर के वार्डों से लोगों द्वारा भेजी गई, इन एप्लीकेशन को देख निगम भी हैरान है, लेकिन सरकार से मंजूरी न मिलने तक नगर निगम इन पेड़ों को नहीं काट सकता है। हालांकि जानकारी के अनुसार निगम की ट्री कमेटी ने डेंजर पेड़ों की एप्लीकेशनों के तहत सभी साइट पर जाकर निरीक्षण कर दिया है। बताया जा रहा है कि कई ऐसे खतरनाक पेड़ वार्डों में हैं, जिससे सीधा कई घरों को नुकसान हो सकता है। उधर शिमला में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है। प्री मानसून के आने के बाद नगर निगम को भी खतरनाक पेड़ों को काटना टेढ़ी खीर बनकर रह गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि नगर निगम ने 700 पेड़ों का प्रोपोजल सरकार को भेज दिया है। सरकार से 700 पेड़ों को कैबिनेट से मजूंरी दिलाने के बाद कटवाया जाएगा। नगर निगम को भी इंतजार है कि मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक में उन्हें पेड़ांे को काटने की अनुमति दें। फिलहाल बरसात ने दस्तक दे दी है। हर साल की तरह इस साल भी बरसात के नजदीक ही खतरनाक पेड़ांे को काटने का प्रोसेस नगर निगम व प्रशासन ने शुरू किया है, जबकि इस तरह की परमिशन पहले से ही निगम को ले लेनी चाहिए थी। हालांकि निगम का दावा है कि जुलाई में शहर के सभी खतरनाक पेड़ों को कटवाकर लोगों के घरों पर मंडराने वाले खतरे को दूर किया जाएगा। गौर हो कि इससे पहले भी नगर निगम को 200 सूखे पेड़ांे को काटने की मंजूरी मिल चुकी है। इन खतरनाक पेड़ों को काटने का प्रोसेस निगम ने फोरेस्ट विभाग को शुरू करने के आदेश भी एक माह पहले जारी कर दिए थे। बताया जा रहा है कि जिन पेड़ों को काटने की मंजूरी नहीं मिलेगी, नगर निगम उनमें डंगे लगाकर पक्का कर देंगे। दरअसल नगर निगम बुधवार को वन मंत्री से भी इस मामले पर मुलाकात करेंगे, बरसात में डेंजर पेड़ों का जल्द कटवाने की परमिशन मांगेंगे। इसके  साथ नगर निगम के अन्य कई मुद्दों पर भी वन मंत्री से चर्चा की जाएगी। नगर निगम के उपमहापौर राकेश शर्मा का कहना है कि बरसात से पहले सभी  डेंजर पेड़ांे का समाधान किया जाएगा।

नालियों को साफ करने के निर्देश

नगर निगम ने शहर की सभी नालियों को साफ करने की कवायद तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि अअगर लोक निर्माण विभाग जल्द अपनी सड़कों के नालों को साफ नहीं करता है, तो ऐसी स्थिति में भी नगर निगम ही इस कार्य को करेंगा।