हर दिल की आवाज गीता भारद्वाज

By: Jun 5th, 2019 12:07 am

सपने देखने से ही सच होते हैं। चाहे वह अमीर हो या गरीब, लेकिन अगर सपने देखे भी न हो जो किस्मत में मिल जाए उसमें ही खुश रहना भी सपने को सच करने जैसा ही है। ऐसी ही कहानी है गायिका गीता भारद्वाज की। गीता भारद्वाज हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सराजघाटी के थुनाग के साथ लगते ग्राम पंचायत सुनाह लंबाथाच के एक छोटे से गांव थाच की रहने वाली हैं। गीता भारद्वाज का बचपन इसी छोटे से गांव में गुजारा है। बिना किसी कौचिंग और रियाज के बिना अपना नाम कमाया है  वहीं गीता ने अपना पहला गीत जब गाया ‘लाल सुट नी लाणा ’तो वह प्राईमरी स्कूल थाचाधार में पढ़ती थी उस गीत से गीता ने खुब वाहवाही लुटी थी। वहीं उन्होंने दसवीं की परीक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुनाग से की है। बीए की पढ़ाई हिमाचल विश्वविद्यालय की दूरवर्ती शिक्षा प्रणाली से की है। गीता भारद्वाज एक गरीब परिवार से पली व बड़ी हुई है। गीत गाने का  इतना शौक  कि वह प्रोग्राम में भाग लेती है और हर बार सम्मानित की जाती हैं। गीता की गाने के सभी दिवाने हैं। गीता का माना है यहां तक पहुंचने के लिए हिमाचल की जनता ने बहुत साथ दिया है। गीता ने सबसे पहले शिमला आकशवाणी से शुरुआत की और इसके वाद गीता भारद्वाज ने अपनी पहली पहाड़ी एलबम ‘जानेमन’ निकाली इसके बाद गीता हिमाचल के कोने कोने में प्रसिद्ध गायिका बनीं। गीता पहाडी, हिंदी, पंजाबी, मडायली, सिरमौरी, लाहुली इत्यादि भाषों में गाना पंसद करती है। वहीं 2013 में गीता भारद्वाज ‘इंडियन ऑईडल’ में बिना किसी तैयारी के टॉप 25 में पंहुच कर हिमाचल का नाम रोशन किया। गीता भारद्वाज ने अनुराधा पौडवाल के साथ भी गा चुकी हैं। करीब एक दशक तक गाने वाली गीता भारद्वाज आज लोगों के दिलों की धड़कन बनी हुई है।

हिमाचली लोग हर भाषा समझते हैं…

खुद गाने से पहले किस गायक- गायिका की दीवानी रहीं। आज भी जिन्हें पसंद करती हैं?

लता मंगेशकर , आशा भोंसले

कब लगा कि जिंदगी एक संगीत है या संगीत आपके लिए जिंदगी है?

जब मैंने पहली बार स्कूल समय में गाना गाया और लोगों का प्यार देखा , बस उसी समय मन मैं आ गया । कि संगीत ही मेरी जिंदगी है।

कुछ गाने से पहले आप क्या करती हैं?

मैं गाने से पहले रियास करती हूं।

लोक संगीत और फिल्म संगीत के बीच आप स्वयं को किस पाले में कितना रखती हैं?

मैं सबसे पहले हिमाचल के लिए गाना गाना पसंद करती हूं। साथ में बालीवुड  के लिए भी गाना गाना पसंद है।

कोई ऐसा गीत, जो केवल आपकी आवाज के लिए लिखा गया है?

बदले तेवर तेरे जमाना क्या-क्या रंग दिखाए….।

क्या कभी कोई लेखक ऐसा प्रस्ताव लेकर आया कि उसकी रचना पर आप गाएं?

बहुत सारे लेखककार आए जिन्होंने गाना गाने के लिए बोला पर वह गाने हिट न हुए।

हिमाचली गीत-संगीत में समाज की भूमिका का आकलन कैसे करेंगी?

हिमाचल का संगीत एक- दूसरे को जोड़ता है।

किसी अन्य कलाकार की प्रशंसा किस आधार पर करती हैं या जो बातें सीखती हैं, वे क्या हैं?

मैं दूसरे कलाकारों की प्रशंसा उनकी मेहनत और उनकी लगन पर करती हूं। और हर कलाकार से कुछ सीखने को मिलता है।

हिमाचल में गीत-संगीत की शिक्षा पर क्या होना चाहिए?

वैसे हर स्कूल कालेज में गीत-संगीत चला है, लेकिन फिर में लोगों से यही कहना चाहूंगी की खुद मेहनत करें डिग्री हासिल से कुछ नहीं होता।

आज तक का सबसे बड़ा पुरस्कार या जिस मंच और जिस क्षण लगा कि जिंदगी सफल हो गई?

मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार था,  2010 विंटर कार्निवल

अगर हिमाचल की एक भाषा की ओर बढ़ना हो, तो क्या करना होगा?

ऐसा कभी नहीं हो सकता हिमाचल में, हिमाचल के लोग हर भाषा को समझ लेते हैं।

आप कर्म और सफलता को कैसे देखती हैं?

आदमी को कर्म करते रहना चाहिए सफलता मिले या न मिले।

आपकी पसंद के हिमाचली कलाकार और ऐसा कौन सा मंच है, जहां बार-बार गाना चाहेंगी?

हिमाचली कलाकार सभी बहुत पसंद है ऐसे किसी का नाम नहीं लेना चाहूंगी। मंडी शिवरात्रि


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