45 लाख से संवरेगी बिलासपुर की सड़कें

जिला में पहली बार सेंसर पेवर तकनीक से दो सड़कों की होगी टायरिंग; राइडिंग क्वालिटी होगी बेहतर, लंबे समय तक टिका रहेगा रोड

बिलासपुर – लोक निर्माण विभाग बिलासपुर ने जिला में पहली बार सेंसर पेवर तकनीक से ग्रामीण सड़कों की टायरिंग आरंभ कर दी है। इसका सर्वप्रथम लाभ जिला के बम्म-जाहू व कोट-दशमल सड़क मार्ग को मिला है। सेंसर पेवर के माध्यम से इन दोनों सड़कों की टायरिंग कर चकाचक किया जाएगा। अब तक इस तकनीक का इस्तमाल केवल नेशनल हाई-वे पर ही किया जाता रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय से सरकार ने सड़कों की दशा सुधारने केे लिए लेबर के जरिए टायरिंग बिछाने के कार्य को बंद कर दिया है। अब ग्रामीण सड़कों पर भी सरकार ने सेंसर पेवर का इस्तेमाल करने के फरमान जारी किए हैं। इसी कड़ी के तहत जिला में पहली बार बम्म-जाहू व कोट-दशमल रोड़ पर इस तकनीक का प्रयोग कर इन सड़कों को चकाचक किया जा रहा है। इससे जहां राइडिंग क्वालिटी अच्छी होगी वहीं, सड़कों लंबे समय तक टिकी रहेंगी। लोक निमार्ण विभाग उपमंडल भराड़ी के सहायक अभियंता ई. शशिकांत शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इन दोनों सड़कों पर करीब 45 लाख व्यय कर इन्हें पेवर तकनीक के जरिए बेहतर बनाने पर कार्य किया जाएगा। इसके अलावा सड़कों पर पैचवर्क का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नई तकनीक के जरिए बम्म-जाहू सड़क पर एक किलोमीटर टायरिंग का कार्य पूरा हो चुका है, जबिक कोट कोट-दशमल रोड़ पर तीन किलोमीटर एरिया पर पेवर टायरिंग का कार्य आरंभ होने जा रहा है। बता दें कि सेंसर पेवर तकनीक के जरिए सड़क पर एक इंच मोटी पेवर लेयर बिछाई जा रही है व सड़क मार्ग की गुणवत्ता को सुधारा जा रहा है। इससे पहले लोक निर्माण विभाग ग्रामीण सड़को पर टायरिंग के कार्य को लेबर के जरिए करता था। इसमें लेबर 20 एमएम रोड़ी बिछाती थी, फिर प्रिमिक्स कारपेट बिछाया जाता था। इसके ऊपर छह एमएम सील कोट डाल टायरिंग के कार्य को पूरा किया जाता था। बहरहाल अब सड़कों की टायरिंग को बेहतर करने के लिए टायरिंग के कार्य को पेवर तकनीक के जरिए आंरभ कर दिया गया है। इसमें सरकार ने ग्रामीण सड़कों का भी चयन किया है, तांकि सड़कों को बेहतर क्वालिटी युक्त बनाया जा सके। सेंसर पेवर तकनीक में मशीन टायरिंग को एक समान पूरा कर सड़क को चकाचक कर रही है। जाहिर है कि मौजूदा समय में इन सड़कों की हालत बेहद खराब हो गई थी। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से यात्रियों को यहां पर परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा था। वहीं वाहन चालकों के लिए भी सफर महंगा साबित हो रहा था, लेकिन लोक निर्माण विभाग की इस कवायद के बाद जनता को काफी राहत मिलने जा रही है।  वहीं, लोक निर्माण विभाग, उपमंडल भराड़ी ई. शशिकांत शर्मा, सहायक अभियंता ने कहा कि जिला में पहली बार सेंसर पेवर तकनीक से दो ग्रामीण सड़कों की टायरिंग की जा रही है। बम्म-जाहू सड़क पर एक कि.मी का टायरिंग कार्य पूरा हो चुका है व कोट-दशमल रोड़ पर तीन किलोमीटर पेवर टायरिगं का कार्य शुरू  होने जा रहा है। इस तकनीक से सड़कों की राइडिंग क्वालिटी होगी बेहतर और इनकी लाइफ भी बढ़गी।