900 परिवारों पर छाया पानी का संकट

By: Jun 24th, 2019 12:05 am

भोरंज—उपमंडल भोरंज की उठाऊ पेयजल योजना जोल कोहटा संकट में है। जोल उठाऊ पेजयल योजना को मेवा लगवालती उठाऊ पेजयल योजना से जोड़ने की लोगों ने मांग उठाई है। जोल उठाऊ पेयजल योजना के सूखने से गांव जोल, सरसोली व कोहटा के लगभग 900 परिवारों को एक सप्ताह से पानी नलों में बहुत कम आ रहा है। लोगों ने आईपीएच विभाग से मेवा लगवालती से जोड़ने की मांग की है। गौरतलब है कि आईपीएच विभाग से कई बार इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं। जोल कोहटा पेयजल योजना के तहत गांव जोल, कोहटा व सरसोली के सैकड़ों परिवारों को सीर खड्ड के किनारे बनी योजना से पेयजल आपूर्ति होती है, लेकिन वर्ष 2014 में आई भयानक बाढ़ से इस योजना के लिए डाइक डैम जो खड़ के भूमिगत पानी को भंडारण कर जलभंडारण टैंक में एकत्रित कर सके वो टूट गया है। चार वर्ष गुजरने के बाद आज तक विभाग ने भी इसकी सुध नहीं ली है। यह डाइक बाल वर्ष 2012 में बनी थी। गौरतलब है कि पिछले सात वर्ष से जोल कोहटा पेयजल योजना की डाइक बाल टूट गई है, लेकिन विभाग का चार वर्षों का यही जबाब है कि एस्टीमेट बनाकर भेज दिया है, शीघ्र ही इसे तैयार कर दिया है। लगभग हर वर्ष योजना हांफ  जाती है तो क्षेत्र की सारी योजनाएं मेवा लगवालती पेयजल योजना पर निर्भर हो जाती है। ऐसे में छोटी योजनाओं के उद्धार के लिए न तो प्रशासन और न ही सरकार गंभीर लग रही है। यदि ऐसा ही हुआ तो आने वाले समय में फिर से क्षेत्र के लोग पीने के पानी के लिए तरसते नजर आएंगे। ग्रामीणों का मानना है कि हर वर्ष इसी वजह से गर्मियों में पानी की किल्लत भी उठानी पड़ रही है। इस वर्ष अधिक गर्मी है और लोगों को पानी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बरसात में इस योजना का पानी मटमैला भी हो जाता है। जोल कोहटा के सप्लाई टैंक को मेवा लगवालती टैंक से जोड़ा जाए, ताकि लोगों को पानी मिल सके और बरसात में लोग मटमैला पानी पीने से बच सकें और लोग पानी से बीमार भी न हों। लोगों में ग्राम सुधार कमेटी प्रधान ध्यान सिंह, सचिव शेर सिंह, सुरेंद्र सिंह, हेमराज, धर्म सिंह, लेखराज शर्मा, धर्म चंद, प्यार चंद, सतीश, ग्राम सुधार कमेटी कोहटा इंद्र राम पठानिया, ज्ञान चंद, सुरेश कुमार, योगराज, ईश्वरदास शर्मा, मोहिंद्र सिंह, अवतार सिंह, योगराज, पवन कुमार, देशराज, रामनाथ, प्रेमचंद, दीप चंद, संजय कुमार इत्यादि समस्त ग्रामीणों ने शीघ्र आईपीएच विभाग से समस्या के समाधान किया जाए। आईपीएच विभाग के एक्सईएन ओम प्रकाश भारद्वाज का कहना है कि डाइक का कार्य अवार्ड हो गया है। कार्य बड़सर से भोरंज स्थानांतरित होना है और यदि आवश्यकता हुई तो मेवा लगवालती योजना से भी शीघ्र टैंक को जोड़ दिया जाएगा, जिससे पेयजल समस्या दूर हो जाएगी।


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