अंब पंचायत नहीं बन पाई नगर परिषद

अंब—तीन हजार अधिक से आबादी वाली ग्राम पंचायत अंब को नगर परिषद का दर्जा मिलना चाहिए की नहीं, इस बात का फैसला जनरल इजलास में ही हो पाया है। रविवार को पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन रखा गया था। इस दौरान कई महत्त्वपूर्ण विषयों को लेकर चर्चा के बाद प्रस्ताव पारित होने की उम्मीद थी, लेकिन कोरम पूरा न होने के चलते सभी के सभी फैसले धरे के धरे रह गए। कार्यकारिणी प्रधान धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित सभा के दौरान हालांकि काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया, लेकिन महत्त्वपूर्ण विषय ग्राम पंचायत को नगर परिषद का दर्जा दिए जाने का था। उल्लेखनीय है कि अंब ब्लॉक की सबसे बड़ी पंचयात अंब को नगर परिषद का दर्जा दिलवाने से पहले ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित होना जरूरी है, लेकिन रविवार को उक्त फैसले को लेकर जनता दो खेमों में बंटती हुई नजर आई। जिसके कारण कई लोगों ने तो पंचायत में उपस्थित होने के बावजूद कोरम पूरा न होने देने के उद्देश्य से पंचायत के हस्ताक्षर रजिस्टर पर अपने हस्ताक्षर भी नहीं किए। बताते चलें की चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलबीर सिंह ने अंब पंचयात को नगर पंचायत का दर्जा दिलवाने का वादा कर रखा है, लेकिन इसके कार्य की शुरुआत सबसे पहले ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद ही हो पाएगी। जब तक ग्राम सभा उक्त कार्य की घोषणा के लिए हामी नहीं भरेगी, सरकार इस पर शायद ही फैसला ले सके। अब सबकी नजरंे पंचयात के इजलास पर टिकी हुई हंै। अब कोरम पूरा न होने के कारण अगले इजलास पर लोगों की निगाहें टिक गई हंै। कार्यकारिणी पंचायत प्रधान धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि कोरम पूरा न होने के कारण इजलास में कोई भी फैसले नहीं लिए जा सके है। इसलिए एक बार पुनः इजलास करवाया जाएगा।