अपने ही काम में लापरवाही कर रहे शिक्षक

पेपर चैकिंग में सामने आए कई मामले, तीन अध्यापकों को ड्यूटी से हटाया

धर्मशाला —अपने बच्चों को प्रथम श्रेणी में लाने के लिए शिक्षक धरती आकाश एक कर देते हैं, लेकिन दूसरों के बच्चों के पेपर चैक करने में इतनी बड़ी लापरवाही करते हैं कि छात्र ताउम्र परेशान रहते हैं। शिक्षा बोर्ड की नकल रोकने के लिए सीसीटीवी सहित अन्य ढंग से शुरू हुई मुहिम के तहत ही पेपर चैकिंग की प्रकिया पर भी जब नजर गई तो शिक्षकों की वर्षों से चली आ रही मनमानी के एक के बाद खुलासे होने लगे हैं। इसमे पता चलता है कि वह किस तरह से छात्रों के साथ अन्याय करते हैं। शिक्षा विभाग से हर महीने हजारों रुपए वेतन मिलने के बावजूद शिक्षा बोर्ड शिक्षकों को पेपर चैक करने के अलग से धनराशी देने के साथ टीए-डीए प्रदान करता है। बावजूद इसके पेपर चैक करने को कई शिक्षक गंभीरता नहीं दिखाते हैं।