अब स्कूल टाइम में भी होगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी

हमीरपुर—जिला के राजकीय पाठशालाओं के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारियों के उद्देश्य से समर क्लासेस के रूप में प्रारंभ किए गए कायाकल्प कार्यक्रम का दूसरा चरण स्कूली स्तर पर आगे भी जारी रहेगा। पाठ्यक्रम में समरूपता लाते हुए मासिक आधार पर परीक्षा के माध्यम से छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए राजकीय पाठशालाओं के ही साइंस टीचर की सहायता ली जाएगी। इसी संदर्भ में कांगू, हमीरपुर, भोरंज, नादौन, सुजानपुर, बिझड़ी तथा बणी क्लस्टर के प्रधानाचार्यों की एक बैठक यहां उपायुक्त हरिकेश मीणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा उपनिदेशक उच्च जसवंत सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि आगामी 28 जुलाई को इन सभी केंद्रों में नामांकित जमा एक तथा जमा दो कक्षा के छात्रों का कंबाइंड टेस्ट आयोजित किया जाएगा। इसके उपरांत पांच अगस्त को जिला की सभी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के जमा एक तथा जमा दो कक्षा के साइंस छात्रों की अलग से एक परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसमें समर क्लासेस लगाने वाले छात्रों के साथ-साथ अन्य छात्रों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कायाकल्प कार्यक्रम के दूसरे चरण में स्कूलों में दैनिक शैक्षणिक प्रक्रिया के दौरान भी इन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए किस तरह तैयारियां करवाई जाए, इसकी व्यापक रूपरेखा तय की जा रही है। सर्वप्रथम राजकीय पाठशालाओं के विज्ञान संकाय के सभी विषयों (फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स, बायोलॉजी) के प्राध्यापकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। दो चरणों में होने वाले इन दो दिवसीय कार्यक्रमों में पाठ्यक्रम (सिलेबस) में समरूपता लाने तथा अन्य पहलुओं पर चर्चा कर उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा। प्रतिमाह के लिए सिलेब्स तय कर उसी के आधार पर माह में एक बार परीक्षा आयोजित की जाएगी। पहला ओरिएंटेशन कार्यक्रम चार और पांच अगस्त को निर्धारित किया गया है। इसमें शिक्षकों के साथ कायाकल्प कार्यक्रम के दूसरे चरण पर व्यापक चर्चा भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि समर क्लासेस में अभी तक शिक्षा विभाग व निजी संस्थानों सहित अन्य विभागों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया है कि इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में भी सभी प्राध्यापक अपना अमूल्य सहयोग देंगे और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी इस जिला के सरकारी स्कूलों के छात्रों को और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।