आईपीएच ने वापस की घटिया पाइपें

प्रदेश के कई डिवीजन में पहुंची थी मापदंडों के विपरीत पेयजल पाइप

शिमला —चार कंपनियों ने आईपीएच विभाग को घटिया पेयजल पाइपों की सप्लाई कर दी। ये पाइपें तय मापदंडों के अनुरूप नहीं थी, जिसका पता लगने के बाद इन पर पैनल्टी डाली गई है। साथ ही विभाग ने इन कंपनियों को चेतावनी देकर फिलहाल तो छोड़ दिया है लेकिन कहा है कि यदि भविष्य में उनके द्वारा ऐसा किया गया तो उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। घटियों पाइपों की सप्लाई का मामला आईपीएच मंत्री के ध्यान में आने के बाद इसपर तुरंत कार्रवाई की गई है। इन कंपनियों ने आईपीएच के कुछ डिवीजनों में ऐसी पाइपें भेज दी थीं, जो कि मापदंड पूरे नहीं करती थीं। इस पर विभाग ने इन पाइपों को कंपनियों को वापस कर दिया है। इसकी एवज में जहां पाइपों को बदला गया है, वहीं उनसे पैनल्टी के रूप में एक्स्ट्रा पाइप भी विभाग ने ली हैं।इस तरह की गड़बडि़यों को रोकने के लिए विभाग ने वर्तमान में अलग से मैकेनिज्म बनाया है। खरीद कमेटियों को सख्त हिदायतें दी गई हैं कि वह इसकी पूरी निगरानी रखेंगे। साथ ही सभी डिवीजनों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि उनके पास घटिया सामग्री आती है तो वह तुरंत इसकी रिपोर्ट करेंगे। धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों को विभाग किसी भी सूरत में बख्शने के मूड में नहीं है। बता दें कि पूर्व सरकार के आखिरी सालों में विभाग में पेयजल वितरण पाइपों की खरीद नहीं हो सकी। इसके लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक का बजट रखा गया था, जिससे खरीद होनी थी। पाइपों की खरीद नहीं होने के कारण फील्ड में पाइपों की खासी कमी पेश आ रही थी और पेयजल योजनाओं को सिरे चढ़ाने में देरी हो गई। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद  विभाग में पाइपों की खरीद का सिलसिला भी शुरू हुआ और इसी खरीद में चार कंपनियों ने मापदंडों के विपरीत पाइपों की सप्लाई कर दी। आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने चार कंपनियों से घटिया पाइपें आने की पुष्टि की है जिन्होंने कहा कि भविष्य में  पूरी सतर्कता बरती जाएगी।