आखिर नप सोलन को मिला स्थायी ईओ

सोलन—पिछले डेढ़ वर्ष से स्थायी कार्यकारी अधिकारी(ईओ) की बाट जोह रही नगर परिषद सोलन को आखिर स्थायी कार्यकारी अधिकारी (ईओ) मिल ही गया। ललित कुमार ने गुरुवार को बतौर कार्यकारी अधिकारी अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। वे इससे पहले पालमपुर नगर परिषद में अपनी सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने पदभार ग्रहण करते ही कर्मचारियों को अपनी प्राथमिकताओं से अवगत करा दिया है। इनमें सफाई व्यवस्था, सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सहित राजस्व बढ़ाना आदि शामिल है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद से अभी तक नप में स्थायी ईओ की नियुक्ति नहीं हो पाई थी। विडंबना तो यह है कि इन डेढ़ वर्षों में इस पद का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे या नियुक्त किए गए नौ अधिकारियों को बदला गया। एक के बाद एक हुए इन तबादलों के चलते आम जनता के कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही थी और विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे थे। वहीं, इन तबादलों के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं की सरकार में पहुंच को लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म था, वहीं सरकार की किरकिरी भी हो रही थी। स्थायी ईओ के न होने से शहर के विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे। इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के अग्रणी समाचार पत्र ‘दिव्य हिमाचल’ ने अपने 14 जुलाई के अंक में नगर परिषद को नहीं मिला स्थायी कार्यकारी अधिकारी शीर्षक से समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस समाचार के प्रकाशित होने के चार दिनों के भीतर ही सरकार द्वारा नप सोलन के लिए स्थायी ईओ की नियुक्ति कर दी गई है और वीरवार को पालमपुर नप से स्थानांतरित ईओ ललित कुमार ने नप सोलन में ईओ का कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान नप कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया। ललित कुमार ने पदभार ग्रहण करते ही अपनी प्राथमिकताओं को भी स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी प्राथमिकता नप क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को सुचारू करना है। इसके अलावा प्रदेश व केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना है। वहीं, नप के राजस्व को बढ़ाना और अन्य कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।