इंस्पायर अवार्ड को 31 तक करें अप्लाई

ऊना—इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत स्कूलों द्वारा 31 जुलाई तक नामांकन भेजे जा सकते है। भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी नई दिल्ली द्वारा इंस्पायर अवार्ड के अंतर्गत जिला में करीब 423 स्कूलों का पंजीकरण हुआ है। अभी तक 288 स्कूलों द्वारा नामांकन भेजे जा चुके है। जिला के निजी स्कूलों द्वारा इसमें रुचि न दिखाते बहुत ही कम नामांकन भेजे है। डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन ऊना ने बताया कि जिन स्कूलों ने इंस्पायर अवार्ड के तहत नामांकन नहीं भेजे है, वे 31 जुलाई तक नामांकन भेज सकते है। समय पर नामांकन न भेजने वाले स्कूल मुखिआयों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के बाद इस योजना को भारत सरकार द्वारा ‘स्टार्ट अप इंडिया’ के साथ जोड़ा है। इस योजना के अंतर्गत छठी से दसवीं तक किसी भी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से ऑन लाइन प्रक्रिया से नवीनतम विचारों के आवेदन मांगे जाते है और इसे जिला प्राधिकरण को भेजा जाता है। इन प्रस्तावित विचारों को राज्य स्तर पर एसईआरटी सोलन के माध्यम से डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॅजी नई दिल्ली एवं नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा इन प्रस्तावित विचारों का चयन किया जाता है। इन विचारों को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए  10,000 रुपए की राशि प्रति छात्र डीएसटी द्वारा दी जाती है। प्रथम चरण में इन प्रोजेक्टस, मॉडल को संबंधित स्कूल के शिक्षक की सहायता  से बनाया जाता है। इसे जिला स्तरीय प्रदर्शनी में भेजा जाता है और चयन कमेटी द्वारा उत्कृष्ट प्रोजेक्टस को आगे राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में भेजा जाता है। फिर राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी के लिए चयन होने पर भारत के उत्कृष्ट संस्थानों जैसे आईआईटी और एनआईटी में मॉडल को और विकसित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। इस कार्यशाला में चयनित बच्चों को भी बुलाया जाता है। इसके सारे खर्चे को सरकार वहन करती है।