एसएफआई पहुंची रजिस्ट्रार के द्वार

By: Jul 24th, 2019 12:05 am

शिमला—एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने  सोमवार को रजिस्ट्रार के समक्ष पीजी कोर्सेज की फीस जमा कराने वाले छात्रों को पेश आ रही दिक्कतों को लेकर रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा। ऐसे में अधिकतर छात्र फीस जमा नही करवा पाए है। उन छात्रों के लिए एसएफआई ने फीस जमा करने की तिथि को बढाने की मांग की गई।  कैंपस सचिव जीवन ठाकुर ने बताया कि अभी तक भी फीस जमा करने का ऑनलाइन पोर्टल पूरी तरह से एक्टिवेट नहीं हुआ है। ऐेसे में छात्रों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अभी तक केमिस्ट्री, फिजिक्स,माइक्रोबायोलॉजी, का पोर्टल एक्टिवेट नहीं हुआ है। आर्ट्स ब्लॉक के अन्तर्गत एम कॉम, एम ए इंग्लिश, एम ए लोक प्रशासन,एम ए म्यूजि़क,एम ए संस्कृत,एम ए राजनीतिक शास्त्र जैसे विभागों की फीस का पोर्टल अभी तक नहीं खुला है। विश्विद्यालय के अधिकतर विभागो की फीस जमा नहीं  रही हो पाई है,छात्र परेशान हो रहे है । वहीं एचपीयू प्रशासन ने फीस जमा करने का ऑनलाइन पोर्टल अभी तक भी एक्टिव नहीं किया है। जिन विभागों का पोर्टल एक्टिव हुआ है वहां के चालान भी संशय से भरपूर है। चूकी विश्वविद्यालय के प्रॉस्पेक्टस में फीस स्ट्रक्चर व चालान में फीस अलग है। ऐसे में छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंता में है तथा दुविधा में रहने को मजबूर है। हालांकि एसएफआई पहले डीएस के समक्ष उठाने गई लेकिन डी एस अपने कार्यालय से नदारद थे। इसके साथ साथ 2015 बैच के यू जी के छात्रों की मांगो को लेकर भी रजिस्ट्रार के समक्ष रखा गया। एस एफ आई ने 2015 बैच के छात्रों के लिए  पासिंग परसेंटेज को 45 प्रतिशत से घटाकर 40 प्रतिशत करने की मांग की है। साथ ही इंटरनल एसेसमेंट  थेओरी के अंकों को कंबाइन करके एग्रीगेट परसेंटेज बनाई जाए। कैंपस अध्यक्ष विक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रशासन  की नलायकी तथा लेटलातीफी की वजह से छात्र फीस जमा करने में नाकाम हुए है। प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द पोर्टल को सुचारू रूप से एक्टिवेट करे और फीस जमा करने की तिथि को भी तुरंत प्रभाव से एक्सटेंड किया जाए। 2015 बैच के छात्रों की  भी  लंबित मांगो को प्रमुखता से ई सी में उठाया जाए ताकि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।


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