कश्मीरी व्यवसायी के ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी

 

श्रीनगर  –  राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के मामले में नियंत्रण रेखा के सीमा पार व्यवसाय में शामिल व्यवसायी गुलाम अहमद वानी उर्फ बर्दाना के दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिला स्थित आवास पर मंगलवार को छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि एनआईए कर्मियाें ने सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस की मदद से बर्दाना के कैलर पुलवामा स्थित घर पर छापेमारी की। एनआईए को बर्दाना पर आतंकवादियों को धन मुहैया कराने का यकीन है। उन्होंने कहा कि बर्दाना का बेटा तनवीर अहमद भी एक पूर्व आतंकवादी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले एनआईए ने बर्दाना के श्रीनगर के परिम्पोरा स्थित मंडी में फलाें की दुकान पर छापेमारी की थी। .सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के जवानों ने आज सुबह आठ बजे बर्दाना के घर की ओर जाने-आने वाली सभी सड़क मार्गाें को सील कर दिया। इसके बाद एनआईए कर्मियों ने बर्दाना के घर की तलाशी लेनी शुरू की। एनआईए की तलाशी एवं छोपमारी अभियान अभी भी जारी है। बर्दाना सीमा पार (भारत और पाकिस्तान के बीच) व्यापार में शामिल व्यापारियों में से एक है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद और श्रीनगर के बीच व्यापार को आठ मार्च से निलंबित कर दिया गया है क्योंकि यह (व्यापार) आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। इस साल फरवरी में पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद फिदायीन हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवानाें के शहीद होने और कई अन्य के घायल होने के बाद व्यापार को निलंबित कर दिया गया। इन कारणों से ही गत आठ मार्च से श्रीनगर और पीओके के बीच चलने वाली कारवां-ए-अमन बस भी स्थगित है। एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब तक कश्मीर घाटी में दो दर्जन से अधिक अलगाववादी नेताओं और व्यापारियों को आतंकी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने घाटी के कई मीडियाकर्मियों से भी इस संबंध में पूछताछ की है।