कांगड़ा की 10 पंचायतें इंडस्ट्रियल कोरिडोर में

By: Jul 17th, 2019 12:02 am

चनौर औद्योगिक पार्क के साथ होंगी विकसित, पहली बार प्रावधान

शिमला -कांगड़ा जिला की 10 पंचायतों का विकास अब औद्योगिक कंपनियों के हवाले होगा। कांगड़ा जिला के चन्नौर में घोषित इंडस्ट्रियल पार्क के साथ लगती पंचायतों को इंडस्ट्रियल कोरिडोर में शामिल किया जा रहा है, जिसकी अनुमति प्रदेश सरकार ने दे दी है। राज्य सरकार को उद्योग विभाग ने एक प्रस्ताव भेजा था, जिसे कैबिनेट ने मंगलवार को मंजूरी दे दी है। यह पंचायतें पोटेंशियल इंडस्ट्रीयल जोन में शामिल होंगी। पहली दफा इस तरह की अलग व्यवस्था सरकार करने जा रही है, जिससे यहां लगने वाले उद्योगों के साथ लगती पंचायतों के विकास में सहयोग की भी जिम्मेदारी होगी। कैबिनेट के निर्णय के मुताबिक भविष्य में स्थापित होने वाले नए इंडस्ट्रियल एरिया के साथ इंडस्ट्रियल पोटेंशियल जोन बनाए जाएंगे। प्रदेश सरकार का विचार है कि ऐसे उद्योग क्षेत्रों के आसपास की पंचायतों को भी विकास में इनका सहयोग मिले। इन पंचायतों को विशेष रूप से विकास में मदद के लिए कुछ नियम तय किए जाएंगे और उद्योगपतियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी कि वह इंडस्ट्रियल एरिया के साथ लगते क्षेत्रों को भी फायदा पहुंचाए। फैसले के मुताबिक कांगड़ा जिला में चन्नौर के साथ लगती 10 पंचायतों को लाभ देने का निर्णय लिया गया है। इसे पोटेंशियल जोन इसलिए कहा जाएगा, क्योंकि यहां पर उद्योगों का सबसे अधिक फायदा मिले। सबसे पहले यहां के लोगों को रोजगार मिले, पंचायत के अधूरे विकास कार्यों के लिए उद्योगपति पैसा दें वहीं स्वरोजगार के लिए यहां पर विशेष अभियान चले। इस तरह के कई और कार्य यहां पर किए जाएंगे, जो कि अभी तक नहीं किए जाते हैं। यहां की आधारभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार के साथ निजी क्षेत्र का सहयोग लेने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

ये पंचायतें पोटेंशियल जोन में

चनौर के साथ लगती जिन पंचायतों को  पोटेंशियल जोन में शामिल किया गया है, उनमें बड्ढलठोर, त्यागवल, डोडरा, नंगल चौक, डाडासीबा, गुरनवाड, दढरा, जाखधार, रोरी-कोरी व चनौर शामिल हैं। सभी को पोटेंशियल जोन में डालने से सरकार पर किसी तरह का अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।


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