चंडीगढ़ में नशा छुड़ाने को योग

चंडीगढ़ -जिंदगी में योग की भूमिका दर्शाने के लिए लोगों को इसके लाभों के बारे संवेदनशील बनाकर नशा रोकने तथा नशा छुड़ाने के लिए 30 मिनट योग प्रोटोकॉल पेश किया गया। यह पेशकश पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन की डायरेक्टर डा. शिरले टेलज ने चंडीगढ़ में जोशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित सेमिनार में की। यह कार्यक्रम मुख्यतिथि संजय बेनीवाल डायरेक्टर जनरल पुलिस चंडीगढ़, गेस्ट ऑफ  ऑनर डा. महिंद्र सिंह प्रिंसिपल गवर्नमेंट कालेज ऑफ योग एजुकेशन एंड हेल्थ व जोशी फाउंडेशन के चेयरमैन विनीत जोशी व अध्यक्ष सौरभ जोशी की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पतंजलि के तीन वैज्ञानिकों ने जोशी फाउंडेशन द्वारा बुलाए गए 150 से ज्यादा योग ट्रेनरों के लिए योग प्रोटोकाल दर्शाया। काफी शोध उपरांत, नशा छुड़ाने के लिए बनाए गए इस 30 मिनट के योगा प्रोटोकाल में भसत्रिका प्रणायाम (सांस क्रिया योग), कपालभाति प्रणायाम (उच्च स्वास योग), भरमरी प्राणायाम (बंबल बी सांस क्रिया) आवाज के साथ सांस क्रिया वाला पदहस्त आसन तथा श्वासन (लाश पोज) आदि योगासन रखे गए हैं। डा. शिरले टेलज ने बताया कि योग के साथ नशीले पदार्थों को त्यागने का इलाज किया जा सकता है। उसने रोग द्वारा नशा मुक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सलाह, सहायता समूह तथा स्वास्थ्यमंद पोषण के सु-मेल के साथ योगा बड़े अच्छे नतीजे दे सकता है।