चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के खिलाफ  नारेबाजी

चंडीगढ़। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकानों को ध्वस्त करने के आदेशों के विरोध में चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड फ्लैट्स के सैकड़ों निवासी मंगलवार शाम को सड़क पर उतर गए। उन्होंने चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के फैसले के खिलाफ  नारेबाजी करते हुए सेक्टर-41ए की सड़कों पर कैंडल लाइट विरोध मार्च निकाला। इस मौके पर उन्होंने अपने फ्लैटों में स्टोरी-लाइन के भीतर भूखंड-क्षेत्र में किए गए आवश्यकता-आधारित परिवर्तनों को नियमित करने के लिए जनरल एमनेस्टी की मांग उठाई। इस मौके पर सत्तारूढ़ दल और क्षेत्र के पार्षदों एवं नेता कैंडल मार्च में शामिल हुए। निवासियों को इस तथ्य के लिए गुस्सा है कि चंडीगढ़ होजिंग बोर्ड के अधिकारियों ने आठ जुलाई शाम सात बजे को कुछ निवासियों को ध्वस्तीकरण के नोटिस जारी किए हैं, उन्हें उल्लंघन को दूर करने के लिए सिर्फ  तीन दिन का समय दिया गया है।  जहां कानून के अनुसार न्यूनतम 30 दिनों का नोटिस आवास इकाई के मालिक, रहने वाले को दिया जाना चाहिए या तो वह खुद ही उल्लंघन को दूर कर सकता है या कानून के न्यायालय में अपना पक्ष प्रस्तुत कर सकता है। इस मौके पर उन्होंने अपील की कि हमारे मकान न तोड़े जाएं और और मोहल्लत दें, ताकि वह कुछ तैयारी कर सकें।