सिवन ने बताया, बहुत जल्दी सुधारी तकनीकी खामी
इसरो चीफ ने तकनीकी खामी को महज 5 दिनों में ही दूर करने के लिए टीम का आभार जताया। बता दें कि 15 जुलाई क्रायोजेनिक इंजन में लीकेज के कारण लॉन्चिंग को टाल दिया गया था। फिर इसके लिए 22 जुलाई की तारीख तय की गई। डॉ. सिवन ने कहा, ‘पता नहीं अचानक चंद्रयान में तकनीकी खामी कैसे आ गई। लेकिन, इतने विशाल कार्य को इतना जल्दी पूरा कर देने में टीम इसरो ने जो जज्बा दिखाया, उसे सलाम करता हूं।’ उन्होंने इसरो के इंजिनियरों, टेक्निशियनों, टेक्निकल स्टाफ समेत तमाम टीमों का अभिवादन किया और शुक्रिया कहा। हालांकि, यह भी कहा कि अभी काम खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘हमारा काम पूरा नहीं हुआ है। हमें मिशन टीम को चंद्रयान 2 मिशन चांद के दक्षिणी ध्रुव की ओर लाने में मेहनत करनी होगी।’