जब तक सरकार यात्रियों को सुविधाएं नहीं देगी, होती रहेगी ओवरलोडिंग

 नौहराधार —जब तक सरकार यात्रियों को सुविधाएं नहीं देगी ओवरलोडिंग का सफर जारी रहेगा। आजकल समूचे प्रदेश में पुलिस प्रशासन ने ओवरलोडिंग पर शिकंजा कसा हुआ है। वहीं सड़कों पर सवारियां कहीं न कहीं स्टेशनों पर धरने दे रही है। लाखों की आबादी वाले जिला सिरमौर में एचआरटीसी की महज 121 बसें सेवाएं दे रही हैं। आज के समय में 116 रूटों पर बसें चल रही हैं। करीब 130 रूटों पर चलने वाली सरकारी बसों की कई ग्रामीण क्षेत्रों में इक्का-दुक्का सेवाएं ही मिल रही हैं। ऐसे में ओवरलोडिंग से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जिला में करीब 60 रूट ऐसे हैं, जहां बसें चलाने की डिमांड निगम के पास कई अरसे से आ रही है। कई क्षेत्रों में निजी बसें जरूर चल रही हैं, परंतु कई निजी बसें खटारा हैं। जानकारी के अनुसार जिला के दुर्गम क्षेत्रों में निगम की बसों की संख्या बहुत कम है, मगर स्टाफ व बसों की कमी के चलते ऐसे रूटों पर सेवाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं। सुबह व शाम निगम की बसें अकसर सवारियों से खचाखच भरी रहती हैं। इसमें सवारियों के साथ-साथ स्कूल, कालेज व अन्य संस्थाओं के विद्यार्थी सफर करते हैं। बढ़ते हादसों के बाद तमाम स्टेशनों में निजी बसों के साथ-साथ मालवाहक वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। इतना जरूर है कि जब तक सरकार लोगों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं देगी यह तय है कि ओवरलोडिंग का सफर जारी रहेगा और यात्री भी जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हो रहे हैं। शिलाई क्षेत्र के दुर्गम क्षेत्रों में कई ऐसे मार्ग हैं जिन पर अभी तक परिवहन निगम व निजी बसें नहीं चलती हैं। मजबूरी में ग्रामीणों को छोटे व मालवाहक वाहनों में ही सफर करते देखा जा सकता है। प्रदेश में बढ़ते हादसों के मद्देनजर सरकार व पुलिस प्रमुख के आदेश के बाद जिला सिरमौर के तमाम थाना व चौकी में तैनात पुलिस हरकत में आ गई है। नौहराधार में एएसआई चेतन चौहान की अगवाई में स्थानीय ट्रांसपोर्टरों व चालकों के साथ बैठक की गई थी।  कारोबारियों को हिदायत दी गई थी कि गाडि़यों में किसी भी प्रकार की ओवरलोडिंग को सहन नहीं किया जाएगा। किसी भी बस में निर्धारित सवारियों के अलावा ज्यादा पाई गई तो बस के चालक व मालिक के खिलाफ यातायात नियमों की अवेहलना करने पर तुरंत सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बैठक के बाद नौहराधार पुलिस हरकत में आते हुए शनिवार को निजी बसों की चैकिंग की गई, जिस बस में ओवरलोडिंग पाई गई सवारियों को उतार दिया गया, मगर चालान से या सवारियां उतार कर समस्या का हल नहीं होगा। समस्या का हल तभी निकलेगा, जब सरकार सभी रूटों पर अतिरिक्त बसों को चलाएगी। जब से पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कसा है तब से लेकर बाजार में कोई भी गाडि़यां नहीं दिखती, जो भी कोई स्थानीय या बाहरी वाहन मालिक बाजार में गाड़ी खड़ी करता है, तुरंत पुलिस द्वारा चालान काटा जाता है। उधर, एचआरटीसी नाहन के क्षेत्रीय प्रबंधक रशीद मोहम्मद शेख ने बताया कि निगम के नाहन डिपो में बसों व स्टाफ की कमी है। जिला में 121 बसें चल रही हैं। अभी छह रूटों की बसें पासिंग पर गई हैं। अभी फिलहाल 116 रूटों पर बसें चल रही हैं, जहां तक ओवरलोडिंग का सवाल है 47 सीटर बस में 10 से 15 सवारियों खड़ी रह सकती हैं।