जल शक्ति अभियान से जोड़ने को छेड़ा जाएगा जन जागरूकता अभियान

ऊना—जिला ऊना में जल शक्ति अभियान चलाने में जन भागीदारी भी आवश्यक है। यह बात कंेद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि पानी के उपयोग व संरक्षण से जुड़े विभागों को आपस में समन्वय स्थापित करना होगा और लोगों को भी जल संरक्षण की दिशा में जागरूक करना होगा। बैठक में राजीव कुमार ने कहा कि लोगों को जल शक्ति अभियान से जोड़ने के लिए जन जागरूकता अभियान छेड़ा जाएगा। इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें स्कूल के विद्यार्थियों, ईको क्लब, कालेज के छात्रों, एनसीसी व एनएसएस के वालंटियर्स, पूर्व सैनिकों, पंचायतों के जन प्रतिनिधियों व एनजीओ को भी शामिल किया जाएगा। जागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें बताया जाएगा कि वह गिरते भू-जल में सुधार लाने के लिए क्या उपाय कर सकते हैं। बैठक में उपायुक्त संदीप कुमार, एडीसी अरिंदम चौधरी, एसडीएम ऊना डा. सुरेश जसवाल, परियोजना अधिकारी डीआरडीए राजेंद्र गौतम, आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता शाम कुमार शर्मा, कृषि उप निदेशक डा. सुरेश कपूर, डीएफओ यशुदीप सिंह सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे। वहीं,  राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान दो चरणों चलेगा। पहला चरण 15 सितंबर तक सभी राज्यों में और दूसरे चरण के तहत पहली अक्तूबर से 30 नवंबर तक उन जिलों में चलेगा जहां लौटते हुए मानसून में बारिश होती है। उन्होंने कि अभियान के दौरान पानी बचाने व वर्षा जल संग्रहण, परंपरागत जल स्रोंतों के नवीनीकरण, अंडर वॉटर रिचार्ज के लिए संरचना निर्माण व रख-रखाव, वॉटरशेड विकास तथा पौधारोपण पर फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को भी सिंचाई की आधुनिक तकनीकों के बारे में जागरूग किया जाना चाहिए ताकि खेती बाड़ी में कम पानी इस्तेमाल हो। वहीं, बैठक में राजीव कुमार ने कहा कि अभी तक सिर्फ दो ब्लॉक में सर्वे किया गया है, ऐसे में पूरे जिला का सर्वे किया जाना चाहिए, ताकि जिला में भू-जल स्तर की सही स्थिति का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला के दौरे के दौरान उन्होंने कई तालाब देखे, जिनका डिजाइन ठीक नहीं है। ऐसे तालाबों का डिजाइन ठीक किया जाना चाहिए, ताकि वह अपने मकसद में पूरी तरह से कामयाब हो सकें।