टमाटर की लाली, मटर की बढ़ी हरियाली

गरली—मौसम का रुख बदलते ही जिला कांगड़ा भर मंे सब्जियों के  दाम अब आसमान छूने लगे हैं। जुलाई महीना शुरू होते ही अचानक सब्जी की बढ़ती कीमतों ने मध्य वर्ग के लोगों की कमर तोड़ के रख दी  है, लेकिन ऐसी स्थिति मंे जगह -जगह दुकान सजाकर बैठे सब्जी विक्रेताओं का मंदी की मार से दम घुटने लगा है ।  स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दिन पहले  यहां गरली, बणी, रक्कड़, कलोहा, परागपुर, नैहरनपुखर, ढलियारा, बढलठोर व डाडासीबा मंे सब्जी की दुकानों पर तीस से 35 रुपए बिकने वाला टमाटर अब अचानक सीधा 50 रुपए तक पहुंच गया है।  वहीं, घीया 30 से  40  रुपए, 40  से 50 रुपए प्रति किलो बिकने वाला हरा मटर 100 रुपए किलो, दस से 15 रुपए बिकने वाली फुलगोभी तीस से 40 रुपए मिल रही है।  इसी तरह  सब्जियों का राजा आलू  25 से 27 रुपए तक बिक रहा है।  जबकि भिंडी, करेला, शिमला मिर्च व फ्रांसबिन थाली से गायब हो चुके हैं। इसी तरह 25 रुपए  बिकने वाला बैंगन  40 से 50 रुपए बिक रहा है। दस से 15 रुपए मंे बिकने वाला खीरा  व मूली भी 35 रुपए बिक रही है।