तराशी और बंदल में धमाके

पतलीकूहल —बीते रविवार देर रात को करीब नौ बजे पूरा तराशी व बंदल गांव जलने से बाल-बाल बचे। इन गांवों के साथ से कंचनजंगा हाइड्रो पॉवर की 33 केवी की हाई वोलटेज ट्रांसमिशन लाइन गुजरती है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार  बीते रविवार रात करीब नौ बजे इस लाइन में दो से तीन धमाके हुए और इन धमाकों के साथ ही बंदल व तराशी गांव के लगभग सभी के टीवी फ्रिज व बल्व जलकर टूट गए। धमाके इतने जोर से हुए जिन्हें तराशी गांवों से दो किलोमीटर दूर स्थित कटराईं ,जटेहड़ व बाड़ी से भी सुन गया। इन धमाकों के साथ ही पूरे क्षेत्र में 9ः03 बजे बिजली गुल हो गई। कंचनजंगा की इस लाइन में पहले भी धमाके होने से जंगल में आग लगने की घटनाएं घट चुकी है। इसकी मौखिक जानकारी स्थानीय लोगों ने कई बार प्रोजेक्ट इंचार्ज को दी है ,लेकिन वह लोगों को तकनीक के आधार पर गुमराह कर वापस भेज देते हैं। लोगों के अनुसार वह उनकी लाइन के कारण इस प्रकार की घटना होने से साफ  इंकार कर देते हैं। इस घटना से गांव वालों में काफी रोष है क्योंकि विद्युत उपकरणों के स्थान पर यदि जान माल का नुकसान होता तो कौन जिम्मेवार होता। दोनों गांवों के ख्याली राम कली राम लाल चंद ,मेहर चंद ,जीत राम ,राम देई ,हीरा लाल ,मंगल चंद ,अमर सिंह ,मोहर सिंह चौहान ,शाम लाल मनी ,राम जोगिंद्र ,शेर सिंह कालू राम सहित सभी को नुकसान हुआ है। सोमवार की सुबह बंदल व तराशी गांव के लोगों ने इसकी शिकायत पतलीकूहल स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय में की। उन्होंने मांग की कि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई प्रोजेक्ट वालों से की जाए। ग्रामीणों ने इस घटना की शिकायत पुलिस थाना पतलीकूहल में भी की कि उनको हुए नुकसान की भरपाई प्रोजेक्ट वालों से की जाए तथा यदि भविष्य में फिर ऐसी घटना होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी कंचनजंगा प्रोजेक्ट की होगी।