ध्यूंसर सदाशिव मंदिर में लिफ्ट से कीजिए दर्शन

बंगाणा—उत्तरी भारत के प्रसिद्ध ध्यूंसर सदाशिव मंदिर तलमेहड़ा में सावन माह के चलते भक्तों का खूब हुजूम उमड़ा। ज्येष्ठ सोमवार को राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने मंदिर परिसर में लिफ्ट का उद्घाटन किया। वहीं, हजारों की संख्या में भक्तों को प्रवचन वर्षा से निहाल किया। बाबा बाल जी महाराज ने मंदिर परिसर में विकास कार्यों को देख कमेटी के प्रधान प्रवीण शर्मा की पीठ भी थपथपाई। बाबा बाल जी ने कहा कि संतों की शरण में जाने से भगवान प्रसन्न होते है। इतिहास गवाह है कि पंडित, गोमाता, संत और धरती माता की रक्षा के लिए भगवान ने कई अवतार भी लिए हंै। उन्होंने कहा कि जो नागरिक इनका निरादर करता है उसे कभी भी मोक्ष नहीं मिलता। वह प्राणी सदा नरकों में वास करता है। बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि सावन मास के तीस दिन इनसान को उनके पापों से मुक्त करने के लिए भगवान शिव ने बनाए हैं, लेकिन फिर भी इनसान इधर-उधर भटकता है। भगवान का सुमरिन करने की बजाए धन दौलत ओर मोह माया में पड़ा हुआ है। अपने माता-पिता, गुरु, भगवान और संतों का निरादर कर रहा है। जो हमारे ग्रंथों के बिलकुल विपरीत है। उन्होंने कहा कि हमारा एक ही धर्म है और उस धर्म का नाम सनातन है। सनातन से बड़ा कोई धर्म नहीं। बाबा बाल जी ने कहा कि हर  नागरिक को भगवान, संत, विद्वान, धरती और गोमाता का सदा आदर करना चाहिए। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि ध्यूंसर मंदिर की पौराणिक कथा भी भगवान श्री कृष्ण से ही जुड़ी हुई है। भगवान श्री कृष्ण ने ही पांडवों को अज्ञात वास के दौरान युद्ध मंे विजय पाने के लिए इस बडे़ टीले पर शिव भगवान की तपस्या करवाई थी। भगवान भोलेनाथ ने खुश होकर पांडवों को विजय होने का वरदान दिया था। इसलिए जो भी इस भोलेनाथ के दरबार मंे नत मस्तक होता है। भगवान उसे सदा विजयी करते है। यह भी गं्रथों में लिखा गया है। बाबा बाल जी ने कहा कि मंदिर कमेटी के प्रधान प्रवीण शर्मा एवं उनकी पूरी कमेटी ने ध्यूंसर मंदिर में अथाह विकास करके तस्वीर ही बदल दी है।

भारद्वाज म्यूजिकल ग्रुप ने किया भगवान शिव की महिमा का गुणगान

प्रथम रविवार संध्या पर हजारों भगतों ने नतमस्तक होकर भगवान भोलेनाथ का आशीर्र्वाद लिया। वहीं, प्रथम धार्मिक संध्या पर पंडित अमरनाथ शर्मा ने गणेश वंदना के साथ शिव महिमा का गुणगान किया। वहीं, फगवाड़ा से भारद्वाज म्यूजिकल ग्रुप ने भी सारी रात भगवान भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। सावन मास के पहले राविवा एवं जेष्ठ सोमवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ भी देखी गई। मंदिर में खन्ना परिवार द्वारा भी भंडारे का आयोजन किया गया था। मंदिर कमेटी के प्रधान प्रवीण ने कहा कि ध्यूंसर मंदिर में सावन मास में श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। उसके लिए मंदिर कमेटी वचनबद्ध है।