नालागढ़ में कहर बनकर बरसे इंद्रदेव

नालागढ़—नालागढ़ में एक बार फिर इंद्रदेव बरसे तो अपने साथ तबाही लेकर आए। प्राकृतिक आपदा के कारण मलबा व पानी कई घरों में घुस गया। बारिश के रौद्र रूप के चलते जहां कई सडकों का नामोनिशान मिट गया, वहीं बिजली के खंबे व ट्रांसफार्मर डेमेज हो गए। भारी बरसात के चलते किसानों के खेतों  व घरों में पानी भर गया, जिससे घरों में रखा सामान व फसलें तबाह हो गई। किसानों ने उपमंडल प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार नालागढ़ उपमंडल में शुक्रवार मध्य रात्रि को हुई बारिश कहर बनकर टूटी है। लगातार कई घंटे हुई मूसलाधार बारिश ने जहां नगर परिषद की सड़कों को बहा दिया, वहीं यह बारिश लोगों के लिए भी आफत लेकर आई है। नालागढ़ शहर के वार्ड-तीन स्थित चोयेवाला मंदिर को जाने वाली सड़क तेज बारिश के चलते बह गई, जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत बोर्ड के दस खंभे व एक ट्रांसफार्मर भारी बारिश के चलते डैमेज हो गए। नालागढ़-रामशहर मार्ग पर सिल्णू पुल के पास ल्हासा गिरने से मार्ग कई घंटे अवरुद्ध रहा। उपमंडल की ढांग पंचायत के तहत लोगों के खेतों व घरों में बारिश का पानी घूस गया, जिससे उनकी फसलों व घर में रखा सामान नष्ट हो गया।  इस संबंध में एक ज्ञापन एसडीएम नालागढ़ को सौंपा गया। किरपालपुर पंचायत के प्रधान गुरप्रताप सिंह बब्बू के मुताबिक पंचायत के गांव डाडी कनियां में बारिश के पानी से काफी नुकसान पहुंचा है। लोनिवि मंडल नालागढ़  के एसडीओ राजकुमार ने कहा कि बारिश से कई मार्ग अवरूद्ध हुए है। बिजली बोर्ड एक्सईएन अमित गुप्ता ने कहा कि भारी बारिश के चलते विभाग के दस खंभों को नकसान पहुंचा है व एक ट्रांसफार्मर डेमेज हुआ है। एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने कहा कि बारिश के पानी से क्षेत्र में कई जगह नुकसान होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा उन्हे ज्ञापन भी सौंपे गए है, जिस पर उन्होंने संबंधित विभाग को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए है।