नेरवा बाजार में नालियां बनी मुसीबत

नेरवा—नेरवा बाजार में प्राइमरी स्कूल से लेकर यूको बैंक तक गुजरने पर यह अहसास होता है मानो किसी गंदे नाले में पंहुच गए हों। इस स्थान पर ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई टूटी नालियों में बह रहा गंदा पानी दुकानदारों के साथ-साथ यहां से गुजरने वाले राहगीरों के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है। यूको बैंक के सामने तो स्थिति बहुत ही बदतर हो चुकी है जहां पर नालियां बंद होने से गंदे पानी की निकासी पूरी तरह बंद हो चुकी है एवं नालियों का पानी अब तो सड़क पर आना शुरू हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि नालियों से निकलने वाली असहनीय दुर्घन्ध से जहां दुकानों में बैठना दुश्वार हो गया है। नालियों से निकलने वाली सड़ांध के चलते ग्राहक दुकानों में ही नहीं घुसते जिस वजह से उनके धंधे चौपट हो गए हैं। दुकानदार इस जानलेवा सड़ांध से बचने के लिए कई उपाय कर रहे हैं परन्तु उन्हें इससे छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। वहीं शाम होते ही दुकानों के अंदर और बाहर मच्छरों की भरमार हो जाती है। जिस कारण शाम ढलते ही उन्हें अपनी दुकाने बंद करनी पड़ती है। नालियों की बदतर स्थिति के चलते राह चलते राहगीरों का चलना भी दूभर हो गया है। राहगीर इस स्थान पर रुमाल नाक पर रख कर गुजरने को मजबूर हैं। इस सारी समस्या का एकमात्र कारण बाजार से अवैध कब्जों का पूरी तरह न हटना है। उधर ग्राम पंचायत प्रशासन नेरवा ने इस समस्या का ठीकरा पूरी तरह लोक निर्माण विभाग के सिर मढ़ दिया है। पंचायत प्रधान आत्मा राम का कहना है कि बाजार में यह समस्या अवैध निर्माण तोड़ने के बाद उत्पन्न हुई है। अवैध निर्माण हटाते समय पक्की नालियां क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस स्थान पर लोक निर्माण विभाग द्वारा कच्ची नालियां बनाई गई हैं जोकि कीचड़ से भरी पड़ी हैं।  तहसीलदार नेरवा ऋषभ शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत नेरवा व लोक निर्माण विभाग को जब तक नालियों की नियमित व्यवस्था नहीं होती तब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। सहायक अभियंता लोक निर्माण उप मंडल नेरवा योगेश शर्मा का इस विषय में कहना है कि अभी कुछ और अवैध निर्माण हटाया जाना है जिसके लिए एक दो दिन बाद डिमार्केशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अवैध कब्जों के हटते ही नालियों का निर्माण कर दिया जाएगा। जैसे ही अवैध निर्माण को हटाने की प्रक्रिया पूरी होगी जल्दी ही नालियों का निर्माण कर दिया जाएगा। अब सवाल यह उठ रहा है कि पंचायत और लोक निर्माण विभाग के बीच लटके इस मामले के चलते दुकानदारों और राहगीरों को कब तक इस जानलेवा सड़ांध को झेलना पडेगा। उधर स्थानीय दुकानदारों ने पंचायत प्रशासन एवं लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि जिन स्थानों से अवैध निर्माण को हटाया जा चुका है उन स्थानों पर पक्की नालियों का निर्माण शीघ्र किया जाए एवं यूको बैंक के सामने बंद नालियों को खोला जाए ताकि लोगों इस असहनीय सड़ांध से छुटकारामिल सके।