पानी के तेज बहाव में बहे तटबंध

चुरुडू—उपमंडल अंब की प्रमुख खड्डों में शुमार गारनी खड्ड बरसात में अपने रौद्र अवतार के लिए जानी जाती है। बरसात के दिनों में पानी से लबालब रहने वाली गारनी खड्ड किसी भी वक्त रौद्र रूप अपना ले कोई नहीं जानता। इसके लिए जरूरी है कि इससे बचाव के लिए तटबंध लगाए जाए, परंतु जब लगाए गए तटबंध ही कमजोर होने लग पडे़ फिर कैसे बचाव किया जाए। यहीं हाल इस बरसात की पहली बारिश के बाद गारनी खड्ड के तेज बहाव ने बता दिया है, बता दे अभी बरसात की पहली ही बारिश ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इससे की गारनी खड्ड के किनारे भूमि मालिकों की चिंता की लकीरे साफ दिखाई दे रही है क्योंकि बरसात की पहली ही बारिश से गारनी खड्ड में आए तेज बहाव में गारनी खड्ड के तटबंध को कई जगह से डैमेज किया है। इससे की तटबांधों में क्षति देखने को मिली है तथा लोगों के जहन में सवालिए निशान खड़ा कर रहा है कि बरसात की पहली ही बारिश में यदि तटबंधों की ऐसी हालत उत्पन हो रही है तो आगामी दिनों की बरसात में कैसे तटबंध तेज बहाव को झेल पाएंगे। बता दे कि स्वां के तटीकरण हेतु करोड़ों रुपए लगाए गए है। इसके फलस्वरूप तटबंधों को ऐसे नुकसान हो रहे है। सवाल यह भी है की यदि तटबंध कमजोर पड़ते रहे तो गारनी अपने रौद्र रूप से काफी नुकसान तथा लोगों के खेतों में कहर बरपा सकती है। इसके लिए जरूरी है कि इन तटबंधों की शीध्र अति शीघ्र डैमेज कंट्रोल कर आगे आने वाले खतरों से बचाव किया जा सके। हालांकि चिंतपूर्णी विस के मौजूदा विधायक द्वारा संज्ञान लेने के बाद क्षतिग्रस्त जगहों का मुआयना किया गया था। इसके बाद फौरी तौर पर डोजर से मिट्टी डालकर तत्काल राहत देने के दिशा निर्देश दिए गए थे।