प्राकृतिक खेती में रोल मॉडल बनेगा हिमाचल

By: Jul 21st, 2019 12:01 am

नौणी – सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने उद्देश्य से शनिवार को रोहड़ू के गांव बागी गवास में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में डा. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. परविंदर कौशल मुख्य अतिथि रहे। प्रशिक्षण का आयोजन हिमाचल प्रदेश उद्यान विभाग द्वारा सिंह ऐप्पल ऑर्चर्ड, बागी के साथ मिलकर किया गया। नौणी विश्वविद्यालय की प्राकृतिक कृषि टीम ने इस प्रशिक्षण के लिए तकनीकी सहयोग प्रदान किया। इस शिविर में हिमाचल सहित उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर के 1000 से अधिक किसान, विश्वविद्यालय के नौणी स्थित मुख्य परिसर और कृषि विज्ञान केंद्र रोहड़ू के वैज्ञानिक और बागबानी विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। अधिक से अधिक किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित करते हुए डा. कौशल ने कहा कि प्राकृतिक खेती मॉडल राज्य के पर्यावरण के अनुकूल है और किसान कम इनपुट लागत के कारण बढ़ी हुई आय का लाभ उठा सकते हैं, जबकि उपभोक्ताओं को आसानी से स्वस्थ खाद्य पदार्थ उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि नौणी विश्वविद्यालय सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के प्रचार और संवर्द्धन के लिए एक समर्पित टास्क फोर्स और विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर, सभी अनुसंधान स्टेशनों और कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए प्रोटोकॉल स्थापित करेगा। हिमाचल को प्राकृतिक खेती में रोल मॉडल राज्य बनाने के लिए लोगों की अधिक भागीदारी का आह्वान करते हुए डा. कौशल ने कहा कि हमें प्राकृतिक खेती को एक जन आंदोलन बनाना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के केवीके और अनुसंधान स्टेशनों के माध्यम से राज्य के सभी जिलों में 600 से अधिक प्राकृतिक कृषि प्रदर्शन मॉडल स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा नौणी स्थित विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के विशेषज्ञ किसानों और मास्टर ट्रेनर्ज का नियमित प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। नौणी विवि के अनुसंधान निदेशक डा. जेएन शर्मा ने कहा कि कृषि गतिविधियों खासतौर पर प्राकृतिक कृषि के क्षेत्र में युवाओं की रुचि और इस दिशा में उनके प्रयासों को देखना काफी उत्साहजनक है। हिमाचल सरकार के प्राकृतिक खेती कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डा. राजेश्वर चंदेल ने कहा कि प्राकृतिक खेती एक ऐसी कृषि पद्धति है, जो किसानों की आय को दोगुना करने में मदद कर सकती है।


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