बरसात में लाल हुआ कुल्लू का टमाटर

भुंतर—मार्केट में अलग पहचान बनाने वाला कुल्लूू का लाल टमाटर अब अपना रुतबा बढ़ाने लगा है। करीब डेढ़ माह से दाम को तरस रहे टमाटर उत्पादकों की जेबें अब भरने लगी हैं और दाम 40 रुपए के पार हो गए हैं। लिहाजा, किसानों के चेहरों पर रौनक दिखने लगी है। बता दें कि पिछले सप्ताह तक टमाटर 10 से 15 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा था, लेकिन तीन दिन में एकाएक उछाल आया है। जिला कुल्लू की भुंतर मंडी में बुधवार को टमाटर 42 रुपए प्रति किलो तक बिका। सेब उत्पादन के लिए प्रसिद्ध कुल्लू जिला अब सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में भी अपनी बेहतर मौजूदगी दर्ज करवा रहा है। यहां के किसान फल उत्पादन के साथ सब्जी उत्पादन को भी काफी महत्त्व देने लगे हैं। जिला की भुंतर तहसील के अंतर्गत आने वाले इलाके हुरला, थरास, गड़सा, शाट, जीया, हाथीथान, बजौरा, कलैहली, शाढ़ाबाई, खोखन, शमशी व मौहल आदि क्षत्रों में किसान बड़े पैमाने पर सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। यहां पर टमाटर, मटर, बंदगोभी, फूलगोभी, बैंगन, गाजर, आलू, प्याज, खीरा व लहसुन आदि सभी प्रकार की सब्जियों का उत्पादन बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। इन दिनों टमाटर के साथ गोभी मार्केट में आ रही है। टमाटर के बेहतर दाम मिलने से किसान गदगद हैं। किसानों के अनुसार शुरुआत में टमाटर के दाम काफी कम मिल रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे सीजन बढ़ता गया, टमाटर भी लाल होने लगा है। मार्केट सूत्रों के अनुसार मैदानी इलाकों में फसल खत्म हो गई है, जिसके बाद अब कुल्लू के टमाटर की डिमांड बढ़ गई है। इसके अलावा कुछ राज्यों में मानसून की बारिश से तबाह हुई फसल ने भी दाम  बढ़ाने में योगदान दिया है। भुंतर के कारोबारियों प्रेम कुमार, रामपाल, खुशहाल ठाकुर आदि के अनुसार भुंतर सब्जी मंडी जिला की सबसे बड़ी सब्जी मंडी होने के कारण यहां पर टमाटर विभिन्न स्थानों से आ रहा है। उनके अनुसार आने वाले दिनों मंे दाम के बढ़ने के साथ फसल की आमद भी बढ़ने वाली है। वहीं एपीएमसी के सचिव सुशील गुलेरिया के अनुसार किसानों को बेहतर दाम दिलाने के लिए कारोबारियों और आढ़तियों को निर्देश दिए गए हैं। बहरहाल, कुल्लू का टमाटर मार्केट मंे लाल होने लगा है।