बसों के दरवाजे-खिड़कियां रखो बंद

हमीरपुर—कालेज छात्रों को अब किसी भी बस का नंबर समय से पूर्व नहीं बताया जाएगा। पुलिस के सख्त आदेशों के बाद निगम ने यह निर्णय लिया है, ताकि कोई भी छात्र बस में सीट को लेकर अपनी जान जोखिम में न डाल सके। दो साल पहले एक छात्रा निगम की बस में सीट लेने के चक्कर में अपनी बाजू गंवा बैठी थी। फिर भी कालेज के छात्र बसों में लटकने से बाज नहीं आ रहे थे। ऐसे में निगम को मजबूरन सख्त कदम उठाने पड़े हैं। बता दें कि एचआरटीसी वर्कशॉप से निगम की बसों को खिड़कियां व दरवाजे बंद करने के सख्त निर्देश दिए हैं, ताकि कोई भी छात्र निगम की चलती बस में सीटों को लेकर अपनी जान जोखिम में न डाल सकें। इसके अलावा बस अड्डा में भी छात्रों को समय से पूर्व बसों के नंबर न बताने के आदेश दिए गए हैं, ताकि छात्र गेट पर जमघट न लगा सकें। गौरतलब है कि कालेज के अधिकतर छात्र बस अड्डा के एंट्री गेट पर घंटों खड़े रहते हैं। इसका मुख्य कारण यह भी है कि छात्र समय से पूर्व ही अड्डा इंचार्ज से घर की तरफ जाने वाली बसों के नंबर पूछ आते हैं। छात्रों को जैसे ही बताए हुए नंबर की बस दिखाई देती है, तो वह उसके पीछे दौड़ पड़ते हैं। ऐसे में कई बार छात्र बस के नीचे आने से बाल-बाल बचे हैं। यही नहीं, कई छात्र तो चलती बस में ही चढ़ने का प्रयास करते हैं और कुछ छात्र चलती बस में खिड़कियों से बैग रखने के लिए दौड़ पड़ते हैं। इसी जद्दोजहद में दो वर्ष पूर्व एक छात्रा बस के नीचे आ गई थी और उसका एक बाजू काटना पड़ा था। हादसे के उपरांत भी छात्र सबक नहीं ले रहे हैं। इसके चलते निगम को सख्त कदम उठाने पड़े हैं।