बाइक पर दनदनाते हैं मजनूं, लड़कियां तंग

ऊना –जिला की युवतियां मनचले युवकों की हरकतों से तंग आ गई हैं। छात्राओं में इन मनचले युवकों का इतना खौफ है कि डरी-सहमी छात्राएं अकेले में शिक्षण संस्थानों तक जाने से भी कतराती हैं। ऊना कालेज रोड़ पर शरारती तत्त्व युवकों को बाइकों पर युवतियों आगे-पीछे चक्कर लगाते हैं और फब्तियां कसते देखे जा सकता हैं। बेखौफ युवक रोजाना बाइकों पर टोलियां बनाकर शिक्षण संस्थानों के आस-पास घूमते रहते हैं तो कई युवा विभिन्न स्थानों पर टोलियां बनाकर खड़े रहते हैं और जैसे ही कोई युवती इनके पास से गुजरती है तो उस पर अभद्र टिप्पणियां करने से बाज नहीं आते। ऊना पुलिस ऐसे मनचले युवकों पर लगाम नहीं लगा पाई है। इसके चलते बेखौफ युवक बिना किसी डर के सड़कों पर सरेआम छेड़छाड़ जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। युवतियां डर के चलते मनचलों की शिकायत न तो पुलिस में कर पाती हैं और न ही ऐसी हरकतों का जिक्र अपने परिवार में करती हैं की कहीं उनके परिजन उनकी पढ़ाई को ही बंद न करवा दें। इसी साल जनवरी से लेकर जुलाई माह में अभी तक ऊना में युवतियों व महिलाओं के साथ छेड़खानी करने के दस मामले सामने आए हैं। पुलिस के आंकड़ों पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो इस वर्ष सबसे छेड़छाड़ के तीन सबसे ज्यादा मामले अंब थाना में दर्ज हुए हैं। जबकि पिछले वर्ष 2018 में ऊना जिला में छेड़छाड़ के 30 मामले दर्ज हुए थे। ऊना पुलिस को ऐसे मनचले युवकों पर शिकंजा कसने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि छात्राएं बिना किसी डर के सड़कों पर घूम सके और छात्राओं को शिक्षा हासिल करने में किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं, प्रधान हिमोत्कर्ष महिला मंच ऊना दीपशिखा कौशल ने कहा कि युवतियों के साथ अगर किसी भी तरह की कोई छेड़खानी की घटना होती है तो इसके खिलाफ आवाज बुलंद करें और बिना किसी डर से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं।  वहीं, एसपी दिवाकर शर्मा ने कहा कि छेड़छाड़ के मामलो को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद गंभीर है। इसके लिए सभी पुलिस अधिकारियों के नंबर भी जारी किए गए हैं। युवतियां बिना किसी डर के अपनी शिकायत दें जिस पर मनचले युवाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छेड़छाड़ करने पर है कड़ी सजा का प्रावधान

युवतियों व महिलाओं के साथ मामूली सी छेड़छाड़ करने पर कड़ी सजा का प्रावधान है। इसमें आरोपी को एक से पांच साल की जेल हो सकती है, लेकिन मनचले युवकों को इसकी कोई परवाह नहीं है और न ही पुलिस का डर।