ब्यास के बढ़े जलस्तर ने डराया पतलीकूहल

मनाली—ब्यास व बड़ाग्रां नाले में जलस्तर बढ़ने से पतलीकूहल को डरा डाला है। बरसात के शुरू होते ही जहां ब्यास नदी में लगातार जलस्तर बढ़ने शुरू हो गया है, वहीं बड़ाग्रां नाला भी अपना रौद्र रूप लेने की तैयारी में है। ऐसे में जहां पतलीकूहल के लोगों के दिलों में बाढ़ का डर सताने लगा है, वहीं कुछ लोगों ने क्षेत्र से पलायन भी शुरू कर दिया है। यही नहीं मौसम के लगातार खराब बने रहने से स्थानीय लोगों ने इंद्र देव को मनाने के लिए मंदिरों में पहुंच हवन-यज्ञ करने की भी तैयारी शुरू कर दी है। यहां बता दें कि गत वर्ष भी बड़ाग्रां नाले में जहां रात के अंधेरे में जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र में काफी तबाही मचाई थी, वहीं दर्जनों घरों को में भी बाढ़ कापी घुस गया था। ऐसे में क्षेत्र में जहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया था, वहीं एक बार फिर बड़ाग्रां नाला व ब्यास के बढ़ रहे जल स्तर ने लोगों को डरा डाला है। लोगों का कहना है कि गत वर्ष बाढ़ के कारण पतलीकूहल में मची तबाही के बाद जहां प्रदेश सरकार के नुमायदों ने बड़ाग्रां नाले में आरसीसी के डंगे लगाने व क्रेट वाल लगाने की बात कही थी, वहीं यहां ब्यास के किनारों पर भी क्रेट वाल लगाए जाने थे, लेकिन यह घोषणाएं धरातल पर नहीं उतर पाई। ऐसे में इस वर्ष जहां बरसात के शुरू होते ही पतलीकूहल पर बाढ़ का खतरा पैदा कर डाला है। हलाण-दो पंचायत के प्रधाान विजय ठाकुर का कहना है कि बड़ाग्रां नाला में गत वर्ष जहां बाढ़ आने से पतलीकूहल में काफी तवाही मचाई थी, वहीं रात के अंधेरे में लागों को अपने घरों को छोड़ सुरक्षित स्थलों की तरफ जाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी बरसात के शुरू होते ही जहां यहां के नाले में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, वहीं ब्यास के बढ़े जलस्तर ने लोगों को डरा डाला है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बड़ाग्रां नाले में जल्द से जल्द के्रेटवाल व आरसीसी का डंगा लगाया जाए, ताकि पतलीकूहल को बाढ़ से बचाया जा सके। बीडीसी सदस्य सुरेंद्र का कहना है कि बरसात के शुरुआती दौर में ही पतलीकूहल में बाढ़ का खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को समय रहते लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रख उचित कदम उठाने चाहिए। उल्लेखनीय है कि पतलीकूहल जहां गत वर्ष भी बड़ाग्रां नाले की बाढ़ की मार झेल चुका है, अब लोगों को एक बार फिर यहां बाढ़ का डर सता रहा है।

खराब मौसम में मनाली-लेह मार्ग पर न करें सफर

सोमवार को मनाली में जहां दिन भर रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा, वहीं ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे भी गिरे हैं। रोहतांग दर्रे पर भी सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर शुरू होने से जहां क्षेत्र के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, वहीं लाहुल-स्पीति में भी खराब मौसम ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। बारिश के चलते मनाली-लेह मार्ग पर भू-स्खलन का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में लाहुल-स्पीति प्रशासन ने लोगों से खराब मौसम के बीच सुरक्षित स्थलों पर रहने की अपील की है। एसडीएम केलांग अमर नेगी का कहना है कि घाटी से पर्यटन सीजन के चलते सैलानियों से प्रशासन आग्रह करता है कि खराब मौसम में मनाली-लेह सड़क पर सफर करने से बचें।