भूकंप…तीन स्थानों में दबे लोग

ऊना—भूकंप पर आयोजित मॉक ड्रिल जिला ऊना में लगभग चार घंटे तक चली। मॉकड्रिल के दौरान शिमला से सूचना मिली कि रिक्टर पैमाने पर आठ की तीव्रता का भूकंप आया है, जिसका केंद्र मंडी जिला का सुंदरनगर है। सायरन बजते ही बचाव दल महाविद्यालय ऊना, नंदा अस्पताल तथा न्यासा यूनिट बाथू के लिए रवाना हो गए और रेस्क्यू आपरेशन शुरू हो गया। मॉकड्रिल में दर्शाया गया कि जिला के तीन स्थानों पर भूकंप से क्षति हुई है, जिसकी वजह से कई लोग दबे हैं, जिन्हें बाहर निकालने के सुरक्षा उपायों का राहत व बचाव दलों ने प्रदर्शन किया गया। घायलों को चिकित्सा मद्द प्रदान करने के बारे भी प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा आग लगने की स्थिति में अपनाए जाने वाले विभिन्न सुरक्षा उपायों सहित तमाम महत्त्वपूर्ण जानकारी पर मॉकड्रिल आयोजित की गई। ड्रिल में आईआरबी बनगढ़ व पुलिस के जवानों, अग्निशमन दलों और गृहरक्षकों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही नेहरू युवा केंद्र के लगभग 60 वॉलंटियर्स भी शामिल हुए। मॉक ड्रिल के दौरान कमांड पोस्ट सर्किट हाउस ऊना में स्थापित की गई थी और चिकित्सा सहायता कंेद्र व रिलीफ कैंप ऊना महाविद्यालय के ग्राउंड में बनाया गया था। इन कंेद्रों पर घटना में प्रभावित हुए लोगों को लाया गया।

आपदा के लिए खुद को तैयार करना मकसद

मॉकड्रिल के समापन पर उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि इस ड्रिल का मकसद किसी तरह की आपदा से लड़ने के लिए या उसके प्रबंधन के लिए खुद को भी तैयार करना था। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों व विभागों ने बेहतर तालमेल के साथ काम किया। 

डीसी और एसपी ने किया निरीक्षण

उपायुक्त ऊना संदीप कुमार व पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने भूकंप आपदा पर आयोजित हुई मॉकड्रिल का स्वयं निरीक्षण किया। डीसी ने नंदा अस्पताल में चल रहे बचाव अभियान को देखा और इसके बाद क्षेत्रीय अस्पताल ऊना जाकर भी मुआयना किया।

सेना की यूनिट ने भी निभाई भूमिका

मॉक ड्रिल में पंजाब से आई सेना की एक यूनिट भी शामिल हुई, जिसमें दो मेजर रैंक के अधिकारियों सहित कुल 50 जवान शामिल हुए। सेना की यह टुकड़ी अपने उपकरण भी साथ लेकर आएगी, जिनके माध्यम से मॉक ड्रिल के दौरान रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया।