भूलते नहीं भूल रहा वो भयानक मंजर

धर्मपुर—कुमारहट्टी के रुंदनघोरों गांव में हुए दर्दनाक हादसे का मंजर अभी भी लोगों की आंखों से ओझल नहीं हो पा रहा है। हादसे को हुए तीन दिन का समय बीत गया है, लेकिन लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कुमारहट्टी-नाहन नेशनल हाई-वे हर वाहन की यहां पर ब्रेक लग रही है और लोग वाहन से उतर कर घटनास्थल को देख चर्चा कर रहे है। वहीं हादसे के बाद से घटनास्थल पर सेना के अधिकारी व जिला प्रशासन के आलाधिकारी मौके का जायजा लेने पहुंच रहे है। बुधवार को भी असम रेजिमेंट चंडी मंदिर से आए अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है। बताया जा रहा है कि सेना द्वारा भी इस हादसे की जांच की जा रही है ताकि जल्द इस हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके। हालांकि रविवार को हादसे के बाद से लोग पूरी तरह सहमे हुए है। बता दे कि रविवार सायं करीब चार बजे कुमारहट्टी-नाहन नेशनल हाई-वे पर चार मंजिला इमारत गिर गई थी।  जिसमें 42 लोग मलबे की चपेट में आ गए थे। इसमे 30 असम राइफल के जवान सहित 12 सिविलियन लोग थे। इमारत गिरने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला, एनडीआरएफ व सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया था। यह राहत व बचाव कार्य लगभग 24 घंटे तक चलता रहा, जिसके बाद सभी 42 लोगों को निकाला गया लेकिन इस हादसे में 13 जवानों सहित एक सिविलियन महिला की मौत हो गई थी।

सैन्य सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार

कुमारहट्टी में हुए दर्दनाक हादसे में मारे गए सेना के एक जवान का धर्मपुर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि अधिक बरसात के चलते शव को घर नहीं पहुंचाया जा सकता था। इसलिए परिवारजनों ने सूबेदार राजेन बहादुर का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के मौके पर उनके पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से सहायक आयुक्त भानु गुप्ता ने पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल भी मौजूद रहे और उन्होंने भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार भी धर्मपुर में पहुंचे हुए थे। इस दौरान मेजर जनरल पीएस बहल, असम रीजनल के कर्नल, ब्रिगेडियर विक्रम शर्मा, कमांडर 95 इनफैंट्री कसौली ने पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया। अंतिम संस्कार में सेना के अलावा स्थानीय लोगों के अलावा प्रशासन के लोग भी शामिल रहे।

सेना के मेजर जनरल ने किया मौके का मुआयना

कुमारहट्टी में हुए हादसे की जांच के लिए सेना के मेजर जनरल ने बुधवार को मौके का मुआयना किया। इस दौरान लगभग आधा घंटे तक वह यहां रुके रहे। इस दौरान उन्होंने घटनास्थल की विस्तृत जानकारी ली।

हादसे के बाद लोगों की सोचने की शक्ति खत्म

घटनास्थल के आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि इस हादसे के बाद से उनकी सोचने की शक्ति खत्म हो गई है। जिस के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था वह आज उनकी आंखों के सामन हो गया है। लोगों का कहना है कि उनकी हादसे के बाद से कुछ खाने पीने का मन नहीं कर रहा है।

खतरे लाइन से आगे जा खड़े हो रहे है लोग

नेशनल हाई-वे होने के कारण बहुत लोग घटनास्थल पर रुक रहे है। लेकिन इस दौरान वह लगाए गए बेरिकेट्स से आगे निकल जाते है। बता दे कि हादसा होने के बाद खतरे को भांपते हुए यह पर बेरिकेट्स लगा दिए है ताकि लोग आने जा जा सके।