लाहुल में ग्लेशियरों के पानी से होगी खेती

कृषि मंत्री मार्कंडेय का खुलासा, स्नो हारवेस्टिंग सिस्टम पर सरकार ने शुरू की कसरत

केलांग –कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा है कि लाहुल-स्पीति में स्नो हार्वेस्टिंग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी, ताकि जिला में ग्लेशियरों से निकलने वाले पानी का संग्रहण कर उसे पेयजल व सिंचाई के लिए प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए हिम आवधाव एवं अनुसंधान संस्थान (सासे) के वैज्ञानिक शीघ्र ही जिला का दौरा करेंगे। इस बात का खुलासा कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने मंगलवार को चंद्रा वैली के सेल्टू गांव में एक जनसभा के दौरान किया है। यहां स्थानीय युवक मंडल द्वारा एक समारोह  का भी आयोजन इस दौरान किया गया, जिसकी अध्यक्षता कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने की। उन्होंने कहा कि तिनन्न छेशू उत्सव को दोबारा शुरू करने के लिए स्थानीय युवक मंडल को हर सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि छेशू उत्सव के शुरू होने से क्षेत्र में पर्यटन का बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वह घाटी में पर्यटन को विकसित करने के लिए कार्य करें, जिसके लिए प्रदेश सरकार उनकी हर संभव सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि जिला में कृषि, बागबानी, पशुपालन तथा पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि दालंग में नेचर पार्क बनाने के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी।  डा. रामलाल मार्कंडेय ने जिस्पा में जिला स्कूली क्रीडा संघ द्वारा आयोजित 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की छात्रों की जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन्न समारोह की अध्यक्षता करते हुए बच्चों से आह्वान किया कि वह शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद प्रतियोगिता में भी बढ़ चढ़कर भाग लें तथा अपने जीवन में अनुशासन बनाए रखें। उन्होंने अध्यापकों से आह्वान किया कि वह गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद के बारे में भी बच्चों को आगे लाएं, ताकि जनजातीय क्षेत्रों के बच्चे भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। उन्होंने खेलकूद प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।