लो जी! बधाई हो…50 साल की हो गई एचपीयू

By: Jul 23rd, 2019 12:10 am

शिमला—खट्टी-मीठी यादों के साथ हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने 50 साल का सफर पूरा किया। वर्ष 1970 से लेकर आज तक शिक्षा के क्षेत्र में एचपीयू ने खुद को शिखर पर पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सोमवार को 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर चीफ गेस्ट शिरकत की। सभागार में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए जयराम ठाकुर ने छात्रों को पढ़ाई कर करियर निर्माण करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने 50 साल का सफर पूरा कर दिया है, जिसके लिए विवि प्रशासन और छात्र बधाई के पात्र हैं। आज हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से निकल कर समाज सेवा, राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी सहित अन्य सभी क्षेत्रों में नाम कमा चुके हैं, जो आज प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। एक समय था जब विवि के पास आधारभूत ढांचे की कमी थी, जो आज विकास की राह में आगे चल पड़ा है। मुख्यमंत्री ने सभी छात्र समुदाय को निर्देश दिए हैं कि वे अनुशासन में रह कर अपने करियर का निर्माण करें। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यातिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. सिकंदर कुमार ने विश्वविद्यालय के 49 सालों में किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया गया। साथ ही एचपीयू परिसर के  और विकास के लिए सदैव प्रयासरत्त रहने के लिए छात्रों व एचपीयू प्रशासन को प्रेरित किया गया। कुलपति ने बताया कि जब से वह विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर कार्यरत हुए हैं, उस समय से ही वह विश्वविद्यालय के हर वर्ग हर व्यक्ति,अधिकारी व छात्र की समस्या को सुलझाने का प्रयास किया है। साथ यह भी आश्ववास दिया गया कि आने वाले समय में भी इस और अग्रसर प्रयास करेगे। कार्यक्रम के दौराप एचपीयू के 50 साल के  सुनहरे सफर को याद करते हुए,आने वाले समय के लिए भी एकजूटता के साथ विश्वविद्यालय के विकास के लिए कार्यकरने की बात कही। कार्यक्रम के  दौरान एचपीयू के डीएस प्रो. अरविंद कालिया ने एचपीयू पिछले 49 सालों में शैक्षिणक  क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों का ब्यौरा दिया गया। साथ ही एचपीयू के छात्रों के हर क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन की भी खूब सराहना की गई। पिछले वर्षों में शिक्षा के सत्र को मजबूत बनाने के लिए किए गए कार्यों की भी सराहना की गई। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि वह इस विश्वविद्यालय के पहले बैच के छात्र हैं। इस विश्वविद्यालय से उनकी बहुत यादें जुड़ी हुई हंै। उन्होंने कहा कि उस समय में और आज के समय में दिन रात का अंतर है। उस समय छात्रों को न तो उचित सुविधाएं थीं और न ही आधारभूत ढांचे की सुविधा थी। उसके बावजूद भी एचपीयू में पढ़ने वाले छात्रों ने शिक्षा के क्षेत्र में खूब तरक्की की है। उन्होंने भविष्य में भी विश्वविद्यालय में गुणवक्तायुक्त शिक्षा के लिए उचित फैकल्टी की सुविधा भी दी जाने की बात कही। इस अवसर पर एचपीयू के मंच से एचपीयू के पिछले वर्षो  के इतिहास ये जुडी खट्टी मिट्ठी यादों को सांक्षा किया गया। कार्यक्रम में कुलपति ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में बहुत से कार्य किए जाने है हालांकि एचपीयू को इसके लिए बजट भी दिया गया है,लेकिन इसके अलावा अतरिक्त बजट का डिमांड की गई।

छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए किया प्रेरित

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश भर में बढ़ रहे नशे के प्रचलन पर अंकुश लगाने के लिए आंदोलन चलाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहें हैं। आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए ठोस कदम बनाए जाएगे। साथ ही इसके लिए समाज को भी जागरूक किया जाएगा। इसके लिए जरूरत पड़ी तो कानून में भी उचित संशोधन किए जाएगे। इसके लिए बाहरी राज्यों के साथ मिल कर एक प्रपोजल तैयार किया जाएगा। जिससे हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विवि के छात्रों से अपील की है कि नशे के खिलाफ आंदोलन में सभी शामिल हों।

पद्मश्री डा. ओमेश भारती को दिया सम्मान

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पद्मश्री विभूषित डॉ.ओमेश भारती, विश्वविद्यालय के श्रेष्ठ शिक्षकों जिनमें जीव विज्ञान विभाग की आचार्य सुषमा शर्मा, भूगोल विभाग के डॉ.अनुराग, हिन्दी विभाग की आचार्य सरस्वती भल्ला, श्रेष्ठ शोधकर्ताओं जिनमें गणित विभाग के आचार्य राम प्रकाश शर्मा, मनोविज्ञान विभाग की आचार्य अनिता शर्मा, भौतिक विज्ञान विभाग के डॉ.अमरजीत सिंह को सम्मानित किया। इसी कड़ी में श्रेष्ठ कर्मचारियों में शमन कुमार, सहायक कुलसचिव, देवराज, वरिष्ठ सहायक, बी.ए.प्रथम वर्ष शाखा, जमना दास, फीटर ग्रेड निर्माण मण्डल,केवल कृष्ण, दफतरी, इक्डोल शामिल हैं को भी सम्मानित किया। प्रतिभावान छात्रों में केन्द्रीय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष, मनीषा, उपाअध्यक्ष, दिव्या, महासचिव, विभूति, सहसचिव, अंकिता को भी सम्मानित किया। मुख्य मन्त्री ने मती कुसुम सदरेट, महापौर, नगर निगम, शिमला, अमित कष्यप, डिप्टी कमिशनर, एसपी शिमला ओमापति जमवाल सहित कई व्यक्तियों को सम्मानित किया।

संगठनों के पदाधिकरियों को भी मिला सम्मान

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न संघ के पदाधिकारियों को जिनमें आचार्य देशराज ठाकुर, आचार्य आरएल जिंटा, आचार्य राजेन्द्रा शर्मा, राज कुमार शर्मा, कुलदीप कुमार, मदन गोपाल शर्मा, संदेश कुमार, चांदी राम, अध्यक्ष, तकनीकी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ को स्मृति चिन्ह् देकर अलंकृत किया। विश्वविद्यालय के द्विभाषी न्यूज़लैटर हिमशिखर, अन्तर विषय अध्ययन विभाग के डीआईएस न्यूज़ बुलेटन, अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती एवं मुक्त अध्ययन केंद्र इक्डोल के शोध जरनल, नवोन्मेशी पत्रिका के अतिरिक्त आचार्य राज कुमार सिंह, अध्यक्ष वाणिज्य विभाग द्वारा रचित पुस्तक, डा. उषा रानी, सहायक आचार्य, हिन्दी, इक्डोल द्वारा रचित पुस्तक मृणाल पाण्डेय द्वारा रचित कहानियों में नारी शोषण का भी विमोचन किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री,सुरेश भारद्वाज, विश्वविद्यालय कार्यकारिणी परिषद् के सदस्य, विधायक, बिलासपुर सदर, सुभाष ठाकुर एवं राकेश जमवाल, विधायक, सुन्दरनगर, विधानसभा क्षेत्र, आचार्य एन के शारदा और आचार्य वी.पी.शर्मा, अधिष्ठाता अध्ययन आचार्य अरविन्द कालिया, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, आचार्य कमलजीत सिंह, कुलसचिव,घनष्याम चन्द, महापौर, नगर निगम, शिमला,  कुसुम सदरेट, जिलाधीश, कई अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शोध केन्द्रों के निदेषक, कार्यकारिणी परिषद् सदस्य प्रेम राज, कोर्ट सदस्य, गैर शिक्षक कर्मचारी वर्ग भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय संगीत विभाग एवं कर्मचारियों ने इस अवसर पर सांस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।


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