वक्फ बोर्ड दर्ज करे एफआईआर

शिमला—शिमला शहर में लीज पर ली गई वक्फ संपत्तियों को आगे बेचने के मामले की शिकायत दिल्ली तक हो गई है। यहां का मामला पहली बार सेंट्रल वक्फ काउंसिल तक पहुंचा है जिसमें आरोप लगाया गया है कि शिमला शहर के ईदगाह क्षेत्र व लोअर बाजार में लीज पर ली गई वक्फ संपत्तियों को आगे कौडि़यों के भाव बेचा जा रहा है। इसमें वक्फ बोर्ड के अफसरों पर भी मिलीभगत के आरोप लगाए गए हैं। मोहम्मद इस्लाम और सलीम द्वारा सेंट्रल वक्फ काउंसिल को की गई एक शिकायत पर अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय की संेट्रल वक्फ काउंसिल के सचिव डा. एसएएस नकवी ने संज्ञान लेते हुए वक्फ बोर्ड को इस मामले में एफआईदर्ज करवाने को कहा है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस तरह के सभी मामलों की पड़ताल करके उसमें पुलिस में मामले दर्ज करवाए जाएं, जो शिकायत सेंट्रल वक्फ काउंसिल को की गई है उसमें बताया गया है कि लोअर बाजार में एक मस्जिद के निचले फ्लोर को आगे रेंट पर दिया गया है इससे एक व्यक्ति अच्छी खासी कमाई कर रहा है। इसमें मोहम्मद इस्लाम और सलीम ने आरोप लगाए हैं कि वक्फ बोर्ड के अधिकारियों को इसकी शिकायत भी की गई है परंतु उनकी ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया, जिससे उनकी मिलीभगती का संदेह उजागर होता है। ईदगाह क्षेत्र में इस तरह के कई मामले हैं, जिसमें लीज पर ली गई प्रोपर्टी को आगे बेच दिया गया है, जिस पर बोर्ड ने कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं शहर के दूसरे क्षेत्रों में भी ऐसा हो चुका है। वैसे इस तरह के मामले यहां हाई कोर्ट के सामने भी आए हैं और अनगिनत केस वक्फ बोर्ड ने कर रखे हैं परंतु कोई हल अभी तक नहीं हो पाया है। सेंट्रल वक्फ काउंसिल ने इस मामले में कड़ाई से कार्रवाई को कहा है। साथ ही बोर्ड को हिदायत दी है कि वह ऐसे मामलों में संज्ञान लें और इसकी विस्तृत जानकारी काउंसिल को भी भेजी जाए। प्रदेश के कई क्षेत्रों में वक्फ बोर्ड की करोड़ों रूपए की संपत्ति है। इतना ही नहीं शिमला के लोअर बाजार व माल रोड पर करोड़ों रुपए की संपत्ति मौजूद है। ऐसी संपत्तियों को कौडि़यों के भाव में आगे बेचा जाता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता। बोर्ड व नगर निगम की संपत्तियों को लेकर भी कई तरह के विवाद यहां पर चल रहे हैं जिनका भी सालों से हल नहीं निकल पाया।