सड़क पर उतरेंगे किसान-बागबान

भुंतर—कृषि-बागबानी सीजन को कुल्लू के ग्रामीण इलाकों की खस्ताहाल सड़के रोड़ा बन रही हंै। ग्रामीण इलाकों की संपर्क सड़कें सेब-टमाटर को मार्केट तक पहुंचाने वाले वाहनों का बोझ नहीं सहन कर पा रही है और ग्रामीणों को पीठ पर ढोकर और लंबा सफर तय कर उत्पादों को मुख्य मार्गों तक पहुंचाना पड़ रहा है। ऐसे में कई किसानों-बागबानों के उत्पाद समय पर सब्जी मंडियों में नहीं पहुंच पा रहे हैं तो कुछ किसानों को रात-रात भर उत्पादों को ढोना पड़ रहा है। कृषि सीजन में ग्रामीण सड़कों की बूरी हालत पर दि लोअर कुल्लू किसान-बागबान संगठन का गुस्सा अब सातवें आसमान पर है। संगठन ने सड़कों की दशा पर लोनिवि, एनएचपीसी, स्थानीय प्रशासन और प्रदेश सरकार को घेरा है। साथ ही अल्टीमेटम जारी किया है कि अगर जल्द से जल्द इन सड़कों को ठीक नहीं किया गया तो किसान-बागबान सड़कों के लिए सड़कों पर उतरेंगे। सोमवार को किसान बागबान संगठन की बैठक भुंतर में स्थित कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में किसानों बागबानों की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में खराब सड़कों को लेकर किसानों-बागबानांे ने चिंता जताई। उत्पादकों ने कहा एनएचपीसी के काम के कारण मणिकर्ण से बरशैणी-तोष सड़क की हालत बदतर हो गई है तो शाट से धारा, जरी से शांगचन-धारा, भुंतर से दियार सहित अन्य सड़कों की दशा बहुत खराब है। संगठन के अनुसार अभी मानसून की बारिश तो आरंभ हुई ही नहीं है और इससे पहले ही सड़कों की दशा खराब है और मानसून में इन सड़क की दशा क्या होगी,यह चिंताजनक होने वाला है। संगठन ने साफ तौर पर एनएचपीसी को मणिकर्ण-बरशैणी तथा लोनिवि को अन्य सड़कों को दुरूस्त करने को कहा है अन्यथा संगठन के विरोध के लिए तैयार रहने को कहा है। उन्होने कहा कि हर साल मानसून के दौरान लोनिवि की लापरवाही के कारण भारी नुकसान होता है और उत्पाद समय पर मार्केट तक नहीं पहुंचते है। सैंकड़ों उत्पादकों को रात-रात भर उत्पादों को पीठ पर ढोकर सुबह मार्केट तक पहुंचाने का जुगाड़ करना पड़ता है। बैठक में दो दर्जन से अधिक किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उधर, इस संदर्भ में यशपाल ठाकुर प्रधान, किसान बागबान संगठन, भुंतर का कहना है कि लोनिवि, एनएचपीसी को सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए फिर से आग्रह किया है। अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो फिर आंदोलन भी छेड़ा जा सकता है। एसके धीमान अधिशासी अभियंता, लोनिवि का भी कहना है कि  जो सड़कें खराब है उन्हें दुरुस्त करवाया जा रहा है। जल्द ही सभी सड़कों को दुरुस्त करने का कार्य पूरा किया जाएगा।