सन्यारड़ी गांव की सुंदरता को लगा गंदगी का ग्रहण

मंडी—नगर परिषद मंडी और उसके साथ सटे ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने की मुहिम बेशक बडे़ जोर से नगर परिषद ने चलाई हुई है, लेकिन शहर के साथ सटे सन्यारड़ी गांव में कुछ लोग इस मुहिम को सफल होते हुए देखने के लिए तैयार नहीं हैं। यह गांव शहर के बिलकुल साथ सटा हुआ है। शहर के साथ सटा होने के कारण नगर परिषद मंडी ने यहां पर भी डोर टू डोर गारवेज कलेक्शन स्कीम चला रखी है। गांव के अधिकतर परिवार इस स्कीम के तहत हर महीने 100 रूपए अदा करते हैं। इन परिवारों के घर से नगर परिषद के कर्मचारी खुद कूड़ा उठाकर ले जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे हैं, जो 100 रुपए बचाने के चक्कर में अपने घर से निकलने वाला कूड़ा सड़क किनारे खुले में फेंक रहे हैं। कूड़ा गांव के मुहाने पर सुनसान सड़क के किनारे फेंका जा रहा है। हैरानी की बात यह भी है कि यहां एक देवस्थल भी है। लोग उसकी भी परवाह किए बिना यहां खुले में कूड़ा फेंकने से गुरेज नहीं कर रहे। स्थानीय निवासी डा. जीवानंद चौहान ने बताया कि कुछ लोगों के कारण गांव में गंदगी का आलम फैलता जा रहा है, जिस कारण बीमारियां फैलने का अंदेशा भी बना हुआ है। इन्होंने नगर परिषद व प्रशासन से इस ओर विशेष ध्यान देने की गुहार लगाई है। वहीं जब इस बारे में नगर परिषद मंडी की अध्यक्ष सुमन ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैं, उनके खिलाफ जल्द की कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिस स्थान पर कूड़ा फेंका जा रहा है, वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। जो भी कैमरे में कूड़ा फेंकता हुआ नजर आया, उसे पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने सन्यारड़ी गांव के लोगों से स्वच्छता के क्षेत्र में नगर परिषद को सहयोग करने की अपील की है।