सरकाघाट-रिस्सा सड़क बदहाल

सरकाघाट-सरकाघाट-रिस्सा सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है और लोक निर्माण विभाग की कार्य प्रणाली भी सवालों के घेरे में है। प्रदेश सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर गत वर्ष की गर्मियों में उक्त सड़क की टायरिंग व पैच वर्क किया था जो मात्र दस महीनों में ही उखड़ गया। बरसात के शुरू होते ही सड़क पर बने गड्ढे यात्रियों और पैदल चलने वाले लोगों की परेशानी को बढ़ा रहे हैं। यह सड़क सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के बैरा और भदरोता इलाकों की 32 पंचायतों के लिए जीवन रेखा का काम करती है और प्रतिदिन सुबह से शाम तक इस सड़क पर सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं। यह सड़क जहां एक और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की 14 पंचायतों को जोड़ती है। वहीं दूसरी ओर सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र की रोपड़ी, रिस्सा, चौरी, रखोटा व भद्रवाद से लेकर थौना, पिगला और दुर्गापुर होती हुई रिवालसर में जाकर मिलती है। लेकिन इस सड़क की उपेक्षा और निर्माण कार्य की गुणवत्ता से हमेशा समझौता किया जाता है। स्थानीय लोगों में रोपड़ी पंचायत के पूर्व प्रधान अजय चंदेल, सामाजिक कार्यकर्ता सुनील शर्मा, विनय राणा, देशराज, सुबेर चंद, कमलेश कुमार, प्रवीण, पंकज, सतपाल, मुकेश राणा, अश्वनी कुमार, दिले राम, विद्या देवी, रसील राणा, हेमराज, किशोर कुमार, कश्मीर सिंह, आशा कुमारी, कृष्णा देवी, कौशल्या देवी, जुध्या देवी सरोज कुमारी, राजगीर सिंह, श्याम लाल अशोक कुमार, संतोष कुमार, नितेश कुमार, रीना देवी सहित अन्य लोगों ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 15 दिनों से अंदर सड़क की हालत में सुधार नहीं किया गया तो वे सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे और आने वाले पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों का भी बहिष्कार करेंगे। इस बारे लोक निर्माण विभाग के मंडल अधिशाषी अभियंता पीपी सिंह ने कहा कि शीघ्र ही सहायक अभियंता से जानकारी लेकर सड़क की खराब दशा को सुधारा जाएगा।