सरकारी अस्पताल में प्रसव पर मिलेंगे 1100 रुपए

सरकार ने 500 रुपए बढ़ाई राशि; गांव हो या शहर, सभी में मिलेगा एक समान पैसा

शिमला —प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में प्रसव करवाने पर अब 600 रुपए नहीं, बल्कि 1100 रुपए की राशि मिलेगी। सरकार ने अस्पतालों में प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिए एकमुश्त 500 रुपए की राशि बढ़़ाई है। इस संबंध में सरकार ने फैसला लिया है, जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।  सरकार ने इंस्टीच्यूशनल डिलीवरी के प्रति प्रसूताओं को प्रेरित करने के मकसद से जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली इस राशि में बढ़ोतरी की है। अब तक शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को अस्पताल में प्रसव करवाने पर 600 रुपए तथा ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को 700 रुपए मिलते थे, लेकिन अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सभी प्रसुताओं को 1100 रुपए दिए जाएंगे। शहरों व गांवों में दोनों जगह एक समान राशि देने का निर्णय लिया गया है। यह प्रोत्साहन राशि बच्चे के जन्म के बाद अस्पतालों में सात दिन के भीतर दी जाएगी। दो दशक पहले तक प्रदेश में 70 फीसदी से अधिक महिलाएं घरों पर ही दाई बुलाकर प्रसव करवाती थीं। इस कारण बहुत सी प्रसूताओं और शिशुओं की मौत हो जाती थी।  इससे शिशु मृत्यु दर भी काफी ज्यादा बढ़ गई थी, लेकिन सरकार ने अब संस्थागत प्रसव को महत्व देते हुए कुछ योजनाएं चलाई हैं। इसमें प्रसुता महिलाओं को कई सुविधाएं दी जा रही हैं, जिससे शिशु मृत्यु दर भी कम हो चुकी हैं। बीते कुछ सालों के दौरान राज्य व केंद्र सरकारों ने इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी करवाने के लिए लोगों को जागरूक किया है, जिससे अस्पतालों में भीड़ बढ़ी है। लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कई तरह से प्रयास कर रहा है। उसके द्वारा प्रदेशभर में अभियान भी चलाए गए। प्रसुताओं को अस्पताल लाने व घर छोड़ने के लिए निशुल्क एंबुलेस की सुविधा भी सरकार दे रही है। यहांतक कीअस्पताल में डिलीवरी निशुल्क कर दी गई है, जिसका कोई खर्चा नहीं देना पड़ता। इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश की 88.11 फीसदी महिलाएं अस्पतालों में प्रसव करवा रही हैं।

चंबा जिला में जागरूकता की कमी

चंबा जिला को छोड़कर अन्य जिला में महिलाएं प्रसव को लेकर काफी जागरूक हो चुकी हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत अस्पतालों में प्रसव के मकसद से राज्य सरकार हर साल एक वर्ष तक के बच्चे के मुफ्त इलाज पर तकरीबन 19 करोड़ निशुल्क वाहन सुविधा पर करीब पांच करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

प्रदेश के हास्पिटल में डिलीवरी का आंकड़ा

हमीरपुर    98.95 त्न

ऊना       94.83 त्न

कांगड़ा    93.43 त्न

शिमला    93.35 त्न

सोलन     92.00 त्न

बिलासपुर 91.09 त्न

किन्नौर    87.86 त्न

मंडी        87.32 त्न

सिरमौर    86.52 त्न

कुल्लू      85.68 त्न

लाहुल-स्पीति         75.31 त्न

चंबा       58.23 त्न