सरकार-परिवहन निगम के खिलाफ नारे

पीस मील वर्कर काले बिल्ले लगाकर कर रहे काम; कहा, मांगें न मानीं तो 23 से औजार छोड़ेंगे वर्कर

धर्मशाला -हिमाचल पथ परिवहन निगम के पीस मील वर्करों ने अपने आंदोलन को प्रदेश भर में उग्र करने का बिगुल बजा दिया है। इसके तहत शुक्रवार से 22 जुलाई तक प्रदेश भर के सभी 932 पीस मील वर्कर काले बिल्ले लगाकर काम कर रहे हैं। वहीं, मांगें न माने जाने पर अब 23 से पीसमील वर्करों ने औजार छोड़ने का भी अल्टीमेटम जारी कर दिया है। राज्य भर के पीसमील वर्कर 22 जुलाई को शिमला में एचआरटीसी एमडी का घेराव कर अपनी मांगों को जोर-शोर से उठाने की भी बात कही है। हिमाचल पथ परिवहन निगम धर्मशाला की कर्मशाला में कार्यरत पीसमील व तकनीकी वर्करों ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजीव कुमार की अध्यक्षता में काले बिल्ले लगाकर प्रदेश भर की वर्कशाप में काम करना शुरू कर दिय है। सघं के सभी सदस्यों ने दोपहर एक बजे से लेकर एक बजकर 30 मिनट तक गेट मीटिंग भी की। इस दौरान उन्होंने सरकार व परिवहन विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदेश अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि पीस मिल वर्कर के करीब तीन बैच को कांटेक्ट कर दिया गया है, लेकिन अभी करीब 932 मील वर्कर अपने नियमित होने की राह देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से प्रदेश सरकार द्वारा हमारी कोई भी सुध तक नहीं ली गई है। अभी तक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की कुल चार बैठकें हो गई हैं, परंतु प्रदेश सरकार द्वारा कोई भी कदम पीस मील वर्कर्ज के पक्ष में नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई तक काले बिल्ले लगाकर धर्मशाला में कार्य करेंगे। इसके उपरांत हिमाचल पथ परिवहन के शिमला स्थित एमडी उनके कार्यालय में अपनी मांगों के संदर्भ में बातचीत की जाएगी। इस दौरान भी मांगें नहीं मानी गई, तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि प्रदेश भर में पीस मील वर्कर अपने औजारों को छोड़ देंगे और एचआरटीसी के पहिए थमने के लिए मजबूर हो जाएंगे।