सीवरेज लाइन बिछाई…घरों को कनेक्शन कौन देगा भाई !

देहरा गोपीपुर—नगर परिषद देहरा और आईपीएच महकमा हाई कोर्ट के निर्देशों को नहीं मानता है। शायद यही कारण है कि देहरा नगर परिषद के तहत आने वाले सात वार्ड अभी तक सीवरेज सुविधा से महरूम है। पुख्ता जानकारी के मुताबिक हाई कोर्ट में नगर परिषद और आइपीएच विभाग को 31 मार्च, 2019 तक शहर के सभी वार्डों में सीवरेज पाइप लाइन डाल कर सभी घरों को सीवरेज के कनेक्शन देने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ने तथा उक्त प्लांट को शुरू करने के आदेश जारी किए थे। यहां नगर परिषद देहरा के मौजूदा के हालातों पर गौर किया जाए, तो वर्तमान समय मंे वार्डों के हालात यह हैं कि आईपीएच विभाग ने वार्डों में सीवरेज की पाइप लाइन तो बिछा दी है, लेकिन अभी तक घरों को कनेक्शन नहीं दिए हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि चार माह पहले सीवरेज की पाइपें बिछाने के बाद भी नगर परिषद के वार्डों के घरों को कनेक्शन न देना नगर परिषद और आइपीएच विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।  वहीं, अगर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की बात की जाए, तो इसका कार्य भी अधर में लटका हुआ है। अभी छह महीनों से पहले  सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार नहीं हो पाएगा, क्योंकि इसमें एक लोहे का पुल बनना अभी बाकी है,  जिसके ऊपर से सीवरेज की पाइप लाइन डाली जाएगी।   नगर परिषद और आइपीएच विभाग की लापरवाही के कारण सीवरेज के लिए उखाड़ी गई नालियों की रिपेयरिंग न करवाने के कारण बरसात के मौसम में राहगीरों को पैदल चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।  यहां पर आइपीएच विभाग के आलाधिकारियों का तर्क है कि जब तक लोग सीवरेज का कनेक्शन नहीं लेते तब तक सात वार्डों की गलियों की रिपेयरिंग नहीं करवाई जा सकती है।  फिलवक्त यहां  नगर परिषद देहरा और आईपीएच महकमे ने हाई कोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 

सड़क छोड़ मैदान से अस्पताल पहुंच रहे मरीज

यहां संबंधित विभागों के अस्पताल मार्ग के 50 मीटर रोड को पक्का करने की एवज में विभाग ने मिट्टी डाल दी, जिसके कारण बारिश के बाद अस्पताल की सड़क ने अखाड़े का रूप धारण कर लिया है। मरीज और तीमारदारों ने सड़क से गुजरना बंद कर दिया है। अब मरीज और उनके तीमारदार शहीद भुवनेश डोगरा स्टेडियम से होकर अपने इलाज के लिए सिविल अस्पताल देहरा पहुंच रहे हैं । नतीजतन हालात यह हैं कि संबंधित विभाग  उक्त 50 मीटर मार्ग को ठीक करवाने की बजाए तमाशबीन बन कर तमाशा देखने में व्यस्त हैं।