हरियाणा में 43 फीसदी कम बरसे मेघ

By: Jul 18th, 2019 12:02 am

पंचकूला – प्रदेश में सप्ताभर की देरी से आए मानसून को पूरी तरह सक्रिय होने में 10 दिन लग गए। अब तीन दिन से यह मेहरबान हुआ है। रविवार से मंगलवार तक तीन दिन में औसतन 26 मिमी बारिश हुई है। इससे 14 फीसदी कमी पूरी हुई है। 24 घंटे में प्रदेश में औसतन 13.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 16 जुलाई को होने वाली सामान्य 6 मिमी से 110 फीसदी अधिक है। दरअसल मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर) में कुल 460 मिमी बारिश सामान्य मानी जाती है। चार जुलाई तक सिर्फ  20.2 मिमी बारिश हुई थी। पांच जुलाई को मानसून आने के बाद 16 जुलाई तक 13 दिन में 50 मिमी बारिश हो चुकी है। यानी अब तक बारिश का आंकड़ा 70.9 मिमी पहुंचा है। हालांकि इस अवधि में 124.7 मिमी बारिश सामान्य है। ऐसे में अभी बारिश की 43 फीसदी कमी है। मानसून की देरी व कम बारिश की वजह से प्रदेश में खरीफ फसलों की बिजाई अब तक 48.37 लाख एकड़ में ही हो पाई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 63.65 लाख एकड़ में बिजाई हो चुकी थी। यानी पिछले साल के मुकाबले बिजाई में 15.27 लाख एकड़ पिछड़ गए हैं। अभी करीब 27.50 लाख एकड़ जमीन खाली है। अब सावन में अच्छी बारिश से सुकून मिलने के आसार हैं। प्रदेश में करीब 35 लाख एकड़ में धान रोपाई होती है। अब तक यह 16.97 लाख एकड़ में ही हो पाई है। पिछले साल के मुकाबले यह 9.50 लाख एकड़ कम है। ज्वार की बिजाई 1.15 लाख एकड़ में होनी है। यह अब तक 57.50 हजार हेक्टेयर हुई है। 14 लाख एकड़ में बाजरे की बिजाई का लक्ष्य है, लेकिन अब तक 5.80 लाख एकड़ में ही बिजाई हुई है।

25 प्रतिशत कम बारिश की संभावना

मौसम वैज्ञानिकों ने 20 से 25 प्रतिशत कम बारिश का अनुमान जताया है। जुलाई व अगस्त में अच्छी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग चंडीगढ़ के निदेशक डा. सुरेंद्र पाल के अनुसार, मानसून अभी पूरी तरह सक्रिय है। यह हिमालय की पहाडि़यों से निकलकर हरियाणा की ओर सक्रिय हुआ है। यह 36 घंटे तक सक्रिय रह सकता है। 19 से 23 जुलाई तक इसके कुछ कमजोर होने की संभावना है। 24 से यह फिर सक्रिय हो जाएगा।


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