हरि चंद के जज्बे को सलाम…अंतिम संस्कार में निपटा रहे सारे काम

By: Jul 24th, 2019 12:05 am

भोरंज —मतलब परस्त के परिवेश और वातावरण में आजकल हर कोई स्वार्थ सिद्ध में ही लगा रहता है। ज्यादातर लोगों के पास किसी दूसरे के लिए समय ही नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है कि सभी लोग एक जैसे हो गए हैं। आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जो निःस्वार्थ भाव से उन लोगों की सहायता करते हैं, जिन्हें उनकी जरूरत होती है। ऐसा ही एक शख्स उपमंडल भोरंज के गांव खतनाल के पूर्व अध्यापक हरि चंद शर्मा हैं। अध्यापक के पद से सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने समाजसेवा की ओर ध्यान दिया है। आज उनकी उम्र 80 साल हो चुकी है। यदि गांव या इनकी पंचायत या नजदीक के गांवों में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो हरिचंद भूखे-प्यासे ही उनकी मदद करने के लिए पहुंच जाते हैं। खुद ही चिता को आग लगाते हैं, जब तक दाह संस्कार पूरा न हो जाए, तब तक श्मशानघाट पर ही रहते हैं, चाहे रात भी हो जाए। आज तक ये सैकड़ों दाह संस्कार कर चुके हैं। इस कारण भोरंज के गांवों में वह काफी प्रसिद्ध हो चुके हैं। उन्हें परिवार के सदस्य भी मना नहीं करते हैं। अब उनकी सेहत भी ठीक नहीं रहती, लेकिन हरि चंद इसकी परवाह किए बिना समाजसेवा के इस कार्य में लगे रहते हैं। इस संबंध में हरि चंद का कहना है कि वह किसी के दाह संस्कार करने के लिए जाते हैं, तो उसे पूरा कर ही वापस आते हैं। वह युवाओं को भी दाह संस्कार के बारे में बताते हैं, क्योंकि मनुष्य अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर  यहां से चला जाता है, तो अंत में उसका दाह संस्कार भी सही ढंग से करना चाहिए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App