2019… आग के सिर्फ 14 मामले

By: Jul 16th, 2019 12:05 am

ऊना—जिला के जंगलों को आग से बचाने के वन विभाग के प्रयास रंग लाए है। इस वर्ष फायर सीजन में जंगलों में आग की घटनाओं में 80 प्रतिशत कमी दर्ज की गई। जिला में वर्ष 2019 में केवल मात्र 14 जंगल की आग की घटनाएं दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष 2018 में जिला में 146 बार जंगल दहके थे। इससे 1222.64 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ने से 18.97 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ था। इस दफा मात्र 62.25 हेक्टेयर जंगल क्षेत्र आग की चपेट में आए व केवल 44 हजार रुपए का नुकसान हुआ। वन मंडल अधिकारी ऊना यशुदीप सिंह ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में यह दावा किया। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए विशेष कदम उठाए थे, जोकि कामयाब रहे है। उन्होंने कहा कि जंगल की आग की अधिकांश घटनाएं लोगों द्वारा निजी भूमि पर घासनियों में आग लगाने से ही होती थी। वन विभाग ने इस साल इसको लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाया। घर-घर पहंुचकर लोगों को निजी घासनियों को बिना वन विभाग की अनुमति के आग न लगाने, लाउडस्पीकरों पर इस बारे उद्घोषणाएं करने, पोस्टर चस्पा कर व इश्ततार बांटकर लोगों को इसके बारे में सचेत किया गया। उन्होंने कहा कि प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी इसको लेकर आमजन तक सूचना पहंुचाई गई, जिसके नतीजे भी बेहतर रहे। लोग अपनी निजी भूमि पर घासनियों को आग लगाने के लिए वन विभाग के पास पहंुचे तथा पहली बार 270 लोगों ने इसके लिए अप्लाई किया। जबकि बिना अनुमति के घासनियों को आग लगाने पर विभाग ने 11 मामलों में लोगों को दंडित करते हुए 21500 रुपए जुर्माना राशि भी वसूली। उन्होंने कहा कि पहले यह जुर्माना राशि 50 रुपए प्रति कनाल थी, जिसे इस बार बढ़ाकर 5000 रुपए प्रति कनाल किया गया था। इसका व्यापक असर भी देखने को मिला। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग से हर साल यहां लाखांे रुपए की वन संपदा जलकर खाक हो जाती थी। वहीं इससे असंख्य जीव-जंतुओं भी आग की भेंट चढ़ जाते थे। वन मंडलाधिकारी यशुदीप सिंह ने कहा कि आग पर नियंत्रण रखने के लिए जिला प्रशासन की मदद से वाहन दिन-रात गश्त के लिए तैनात किए गए। इसके अलावा विभाग ने 2530 स्वयंसेवियों की एक टीम भी तैयार की थी, जिन्हें सेटेलाइट से आग की सूचना मिलते ही एसएमएस से सूचित किया जाता था, ताकि वह आग की बुझाने में मददगार साबित हो सके। इस अवसर पर एसीएफ राहुल व वन विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।


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