उत्तर प्रदेश के शीर्ष प्रबंधन और तकनीकी संस्थानों में अब छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स के लिए योग क्लासेज होंगी। भविष्य में काम के दबाव को कम करने के लिए प्रबंधन और तकनीकी संस्थान योग, आध्यात्मिकता और मानवीय मूल्यों के कोर्स को शामिल कर रहे हैं। आईआईटी कानपुर के सीनियर फैकल्टी मेंबर ने बताया कि कई आईआईएम और आईआईटी में पहले से ही योग उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा है। वहीं, अन्य संस्थान भी योग को पाठ्यक्त्रम में शामिल कराने के प्रयास में थे। प्रबंधन और तकनीकी संस्थानों में देखा जाता है कि छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स को तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसा भी देखा जाता है कि तनाव के चलते छात्र आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं। योग से दबाव का सामना करने में मदद मिलेगी और काम पर ध्यान क्त्रेंद्रित रहेगा। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग गुरु डा. एचआर नागेंद्र से प्रबंधन और तकनीकी संस्थानों के लिए योग पैकेज बनाने के लिए कहा जा रहा है। मैकेनिकल इंजीनियर, योग थेरेपिस्ट, टीचर, लेखक डा. एचआर नागेंद्र स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान के संस्थापक कुलपति हैं। यह डीम्ड विश्वविद्यालय बेंगलुरु में स्थित है। पिछले साल आईआईएम अहमदाबाद ने छात्रों को कॉर्पोरेट वर्ल्ड का सामना करने में मदद करने के लिए भगवद गीता का पाठ शुरू किया।